आपका अख़बार ब्यूरो।
कोरोना के मामले हर रोज काफी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। मंगलवार को देश में कोरोना के 1,15,312 दर्ज किए गए। मार्च के शुरू में संक्रमण की दर जहां दो से तीन प्रतिशत के बीच थी, वहीं अब ये नौ प्रतिशत से ऊपर पहुंच गई है। कोरोना के विकराल रूप को देखते हुए अब देश में बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग जोर पकड़ने लगी है। इस मांग के समर्थन में ट्विटर पर #cancelboardexams2021 ट्रेंड चलाया जा रहा है।
लोगों का कहना है कि लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई देशों में परीक्षाओं को टाल दिया गया है, लिहाजा भारत में भी ऐसा किया जाना चाहिए। लोगों का स्वास्थ्य बहुत महत्त्वपूर्ण है। देश के विभिन्न हिस्सों से बहुत सारे लोग यह मांग कर रहे हैं 10वीं और 12वीं के छात्रों के बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाना चाहिए।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री से सीबीएसई की परीक्षाएं टालने का अनुरोध
बहुत सारे छात्र भारत के केंद्रीय शिक्षा बोर्ड केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की परीक्षा की तारीखें आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। गौरतलब है कि सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं 4 मई से प्रस्तावित हैं।
#cancelboardexams2021 हैशटैग के साथ छात्र और अन्य नागरिक परीक्षा को आगे बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं और इसमें वे केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को भी टैग कर रहे हैं। बताते चलें कि शिक्षा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत ही आता है।
#PPC2021 कार्यक्रम में परीक्षाओं के साथ ही विद्यार्थियों की जीवनशैली से जुड़े प्रश्न भी अभिभावक प्रधानमंत्री जी से पूछ लेते हैंI प्रधानमंत्री जी ऐसे प्रश्नों का भी सहजता से प्रेरक उत्तर देते हैं। बच्चों की खानपान की आदत से जुड़े ऐसे ही प्रश्न पर प्रधानमंत्रीजी को सुनें। https://t.co/Davt6SMk7o
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) April 8, 2021
मध्य प्रदेश में टल सकती हैं बोर्ड परीक्षाएं
मध्य प्रदेश में हालांकि बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों की घोषणा की जा चुकी है और इसके लिए पूरी तैयारी भी चल रही है। कोरोना की वजह से यहां पहले ही बोर्ड परीक्षाएं पिछले सालों के मुकाबले देर से कराने की घोषणा की गई हैं। यहां 30 अप्रैल से बोर्ड परीक्षा शुरू करने की घोषणा की गई है, लेकिन राज्य में कोरोना की स्थिति को देखते हुए तारीख को आगे भी बढ़ाया जा सकता है। परीक्षा निर्धारित समय पर होगी या आगे के लिए टाल दी जाएगी, इसका अंतिम फैसला 12 अप्रैल को मुख्यमंत्री द्वारा ली जाने वाली बैठक में होगा। 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल की परीक्षाएं 17 से 27 अप्रैल तक प्रस्तावित हैं। इसके बारे में भी अंतिम फैसला 12 तारीख की बैठक में लिया जा सकता है। हालांकि प्रायोगिक परीक्षा के लिए सामग्री परीक्षा केंद्रों पर भेज दी गई है।
भोपाल, नर्मदापुरम और सागर संभाग के विभिन्न वर्गों के प्रमुख व्यक्तियों से वीसी के माध्यम से चर्चा। https://t.co/eJ8E0rEkxD
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) April 6, 2021
महाराष्ट्र में आठवीं तक के छात्र बिना परीक्षा के पास होंगे
महाराष्ट्र में कोरोना का कहर सबसे ज्यादा है। पूरे देश के 50 प्रतिशत से ज्यादा मामले यहीं आ रहे हैं। यहां परीक्षा टालने की मांग काफी जोर-शोर से की जा रही है। हालांकि राज्य में कोरोना की गंभीर स्थिति को देखते हुए स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने पहले ही पहली से आठवीं तक के छात्रों को बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में प्रमोट करने का फैसला किया है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे ने इसी तर्ज पर 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को भी बिना परीक्षा लिए ही पास करने की मांग की है। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कोरोना के लगातार बढ़ते खतरे के बावजूद महानगरपालिका और सरकार ने इस सम्बंध में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
छत्तीसगढ़ में छात्र और अभिभावक चिंतित
छत्तीसगढ़ में भी कोरोना संक्रमण के मद्देनजर छात्र और उनके माता-पिता काफी चिंतित दिखाई दे रहे हैं और राज्य में बोर्ड परीक्षाओं को टालने की मांग कर रहे हैं। यहां 10वीं की परीक्षाएं 15 अप्रैल से होने वाली हैं। इस सम्बंध में दुर्ग के विधायक अरूण वोरा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र भी लिखा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि कोरोना की वर्तमान स्थिति को देखते हुए परीक्षाओं को स्थगित कर दें।
उत्तर प्रदेश में तारीख बढ़ सकती है आगे
भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में 24 अप्रैल से बोर्ड परीक्षा कराने की घोषणा की गई है। लेकिन यह उम्मीद जताई जा रही है कि कोरोना और पंचायत चुनावों की वजह से परीक्षाओं की तिथि को आगे बढ़ाया जाएगा। इस बात की ज्यादा संभावना है कि परीक्षाएं मई में होंगी। हालांकि सरकार ने परीक्षाओं की तिथि बढ़ाने के सम्बंध में अभी ततक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
पंजाब में पहले ही टल चुकी है परीक्षाएं
कोरोना महामारी की भयावहता को देखते हुए बोर्ड परीक्षाओं को टालने का फैसला सबसे पहले पंजाब सरकार ने लिया था। पहले यहां बोर्ड परीक्षाएं 22 मार्च से शुरू होकर 9 अप्रैल तक होनी थीं, लेकिन इसे करीब एक महीने के लिए टाल दिया गया था। सरकार ने यहां बोर्ड परीक्षाओं के लिए नई तारीखों की घोषणा भी कर दी है। 10वीं की परीक्षाएं अब 4 मई से 24 मई तक होंगी, जबकि 12वीं की परीक्षाओं का आयोजन 20 अप्रैल से 24 मई के बीच होगा।
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