आपका अखबार ब्यूरो।

पटना में सोमवार को जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रशांत किशोर के नेतृत्व में बिहार विधानसभा के घेराव का प्रयास किया। पार्टी ने पहले ही घोषणा की थी कि बिहार सरकार की कथित वादाखिलाफी के विरोध में तीन प्रमुख मुद्दों को लेकर विधानसभा का घेराव किया जाएगा। इन मुद्दों में गरीब परिवारों को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता न मिलना, दलित भूमिहीन परिवारों को तीन डिसमिल जमीन न देना और भूमि सर्वेक्षण में व्याप्त भ्रष्टाचार शामिल हैं।
प्रदर्शन के दौरान जब कार्यकर्ता विधानसभा की ओर बढ़ने लगे तो चितकोहड़ा गोलंबर के पास पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में पुलिस की कार्रवाई स्पष्ट देखी जा सकती है, जहां प्रदर्शनकारियों को पीछे हटाने के लिए लाठियों का प्रयोग किया गया। एक व्यक्ति के सिर से खून बहने का दृश्य भी कैमरे में कैद हुआ है। जन सुराज पार्टी ने आरोप लगाया है कि इस लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं और कुछ के सिर फटने जैसी गंभीर चोटें आई हैं। पार्टी ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन बताया है।
घटना के बाद प्रशांत किशोर ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह आंदोलन की शुरुआत है। उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “अब इनका जीना हराम कर देंगे, एक लाख आदमी लाकर नीतीश कुमार को उनके घर में घेरेंगे। पुलिस कुछ नहीं कर सकती। जनता बदलाव चाहती है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन जन सुराज इससे पीछे नहीं हटेगा।
उल्लेखनीय है कि इस समय बिहार विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है, जिसमें सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों के विधायक मौजूद हैं। इसी को देखते हुए विधानसभा के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जन सुराज कार्यकर्ता पटना एयरपोर्ट के रास्ते विधानसभा पहुंचने की योजना बना रहे थे। पार्टी पहले ही एक करोड़ लोगों के हस्ताक्षर के साथ सरकार के वादाखिलाफी को लेकर विधानसभा का घेराव करने का ऐलान कर चुकी थी। सोमवार का प्रदर्शन इसी अभियान का हिस्सा था।