सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ऑपरेशन महादेव में मारे गए पहलगाम हमलावरों से बरामद कम से कम तीन मोबाइल फोन और दो लोरा (लंबी दूरी) संचार सेटों से काफी डेटा मिला है, जिसमें दो पाकिस्तानी एनएडीआरए (राष्ट्रीय डेटाबेस और पंजीकरण प्राधिकरण ) कार्ड की तस्वीरें भी शामिल हैं।

ऑपरेशन महादेव के बाद सुरक्षा बलों द्वारा बरामद की गई अन्य चीज़ों में एक गोप्रो हार्नेस, एक 28 वाट का सोलर चार्जर, तीन मोबाइल चार्जर, एक स्विस मिलिट्री पावर बैंक, सुई-धागे, दवाइयाँ, एक चूल्हा, सूखा राशन और ढेर सारी चाय शामिल हैं। इनके अलावा, उनके शवों से बरामद हथियार और गोला-बारूद के अलावा, गंदेरबल और श्रीनगर के दो स्थानीय निवासियों के नाम पर दो आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं।
सूत्रों ने बताया कि भारत में घुसपैठ करने वाले पाकिस्तानी आतंकवादियों के लिए आधार कार्ड हासिल करना आम बात है क्योंकि इससे उन्हें पुलिस चौकियों पर पकड़े बिना घूमने में मदद मिलती है। आधार कार्ड आमतौर पर बाहरी लोगों के ज़रिए हासिल किए जाते हैं या उनके अपने भी हो सकते हैं।
हालाँकि, सुरक्षा एजेंसियों का लक्ष्य मोबाइल फोन और लोरा सेट के ज़रिए पाकिस्तान पर शिकंजा कसना है। सूत्रों ने बताया कि फोन में स्थानीय संपर्कों के ब्योरे के अलावा कुछ दस्तावेज़ और तस्वीरें भी हैं, जिनसे आगे और गिरफ्तारियाँ होने और घाटी में पिछले कुछ सालों में आतंकवादियों को मिले सैन्य सहयोग का खुलासा होने की संभावना है।