भारत सरकार के वित्तीय सेवाएं विभाग के निर्देशानुसार पंजाब एण्ड सिंध बैंक द्वारा गोरखपुर में वित्तीय समावेशन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रधान कार्यालय से पधारे कार्यकारी निदेशक महोदय श्री रवि मेहरा जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इस समारोह में चरगांवां क्षेत्र के खण्ड विकास अधिकारी श्री सत्यप्रकाश सिंह, अग्रणी जिला प्रबंधक श्री मनोज श्रीवास्तव, श्री अवधेश नारायन सिंह जी अंचल प्रबंधक, लखनऊ उपस्थित रहेl साथ ही इस समारोह में स्थानीय एवं नजदीकी क्षेत्रों से लगभग 500 जन की भारी संख्या में जन समूह की भी सराहनीय सहभागिता रही l

समारोह में कार्यकारी निदेशक महोदय श्री मेहरा जी ने अपने संबोधन में उपस्थित ग्राम प्रधान, बैंक मित्र, स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं एवं आम नागरिकों को वित्तीय समावेशन के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित किसान भाइयों के लिए अत्यंत लाभकारी योजना “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना” के विषय पर विस्तृत रूप से अपने विचार रखे साथ ही उन्होंने बताया कि फसल बीमा योजना जिसकी आवेदन तिथि 31.08.2025 तक कर दी गई है ताकि फसल ख़राब होने पर क्षतिपूर्ति मिल सके l इसके अतिरिक्त कार्यकारी निदेशक महोदय जी ने, सीएम युवा उद्यमी योजना, अटल पेंशन योजना (APY), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) एवं ReKYC की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी जनों से बैंकिंग सेवाओं से जुड़ने और आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया।
इसके उपरांत खण्ड विकास अधिकारी श्री सत्य प्रकाश सिंह एवं अग्रणी जिला प्रबंधक श्री श्रीवास्तव जी ने सरल एवं सहज भाषा में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं की विस्तृत जानकारी साझा की तथा ग्रामीण नागरिकों को योजनाओं का लाभ उठाने हेतु प्रेरित किया।

कार्यक्रम के संयोजक एवं अंचल प्रमुख श्री ए. एन. सिंह ने उपस्थित जनों का स्वयं सहायता समूह (SHG) पर विशेष रूप से सभी का ध्यान आकर्षित किया और इसके लाभ प्राप्त करने के लिए अधिक से अधिक जनों को बैंक से जुड़ने का आह्वान किया साथ ही उन्होंने ‘प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY), अटल पेंशन योजना (APY), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) सहित अन्य योजनाओं पर विस्तृत जानकारी दी और बैंकिंग सेवाओं के माध्यम से समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा देने पर बल दिया।

समारोह के दौरान ग्राम प्रधानों, बैंक मित्रों और स्वयं सहायता समूह से जुड़ी सक्रिय महिलाओं को उनके योगदान हेतु सम्मानित भी किया गया, जिससे उन्हें और अधिक प्रेरणा एवं प्रोत्साहन प्राप्त हो सके।