आपका अखबार ब्यूरो ।
कोरोना की दूसरी लहर ने देश में कोहराम मचा रखा है। महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगना लगभग तय माना जा रहा है। राज्य सरकार ने इस बाबत जरूरी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
पिछले 24 घंटों के दौरान इस खतरनाक वायरस के कारण 794 लोगों ने दम तोड़ा है जबकि एक लाख 45 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 77567 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। परेशान करने वाली बात यह भी है कि ठीक होने वाले मरीजों के मुकाबले नए मिलने वाले मामलों की संख्या लगभग दोगुनी है।
महाराष्ट्र में 55 हजार नए मामले
महाराष्ट्र समेत लगभग एक दर्जन राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा नए मामले मिले हैं। महाराष्ट्र में 1 दिन में 55,411 नए मरीजों का पता चला है जबकि 309 लोगों की मृत्यु हुई है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि कोरोना की बिगड़ती स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अब लॉकडाउन ही आखिरी विकल्प बचा है। उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल तक स्थिति और भी भयावह हो जाएगी।
सरकार का कहना है की महामारी पर काबू पाने के लिए राज्य में पूर्ण पाबंदी लगाना आवश्यक है।
सर्वदलीय बैठक
मुंबई में 10 अप्रैल को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए अब कोई और चारा नहीं बचा है, लॉकडाउन लगाना ही होगा। राज्य सरकार की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि 11 अप्रैल को टास्क फोर्स की बैठक में महाराष्ट्र में संपूर्ण लॉकडाउन लगाए जाने के बाबत अंतिम फैसला लिया जाएगा।
उद्धव ठाकरे पहले भी कई बार कह चुके हैं कि अगर कोरोना नियमों का ठीक से पालन नहीं किया गया और मामले इसी तेजी से बढ़ते रहे तो लॉकडाउन लगाना पड़ेगा। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने सर्वदलीय बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि तमाम सख्त प्रोटोकॉल के बावजूद राज्य में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अगर और कठोर उपाय नहीं किए गए तो भविष्य में राज्य के स्वास्थ्य ढांचे पर इसका दबाव बहुत बढ़ सकता है।
जबलपुर में लॉकडाउन बढ़ाया
कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले मध्य प्रदेश के जबलपुर में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहां 12 अप्रैल तक के लिए लगे लॉकडाउन की मियाद को बढ़ा दिया गया है नए आदेश में कहा गया है जबलपुर में अगले आदेश तक लॉकडाउन जारी रहेगा।
मोहन भागवत कोरोना पॉजिटिव
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत 9 अप्रैल को कोरोना महामारी की चपेट में आ गए। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मोहन भागवत को नागपुर के किंग्सवे अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनमें कोरोना के सामान्य लक्षण मिले हैं।