भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई से ऐतिहासिक फैसला किया है। अब भारत में महिला क्रिकेट खिलाड़ियों को पुरुष खिलाड़ियों के बराबर मैच फीस मिलेगी। पुरुष और महिला खिलाड़ियों की फीस में समानता लाने के इस फैसले का ऐलान बोर्ड के सचिव जय शाह ने किया। भारत से पहले न्यूजीलैंड ने यह फैसला किया था। वहां पुरुष और महिला खिलाड़ियों को एक बराबर फीस मिलती है। ऑस्ट्रेलिया में इस नियम को लागू करने के बारे में विचार किया जा रहा है।

बहरहाल, बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने बोर्ड के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा- मैंने वादा किया था कि बीसीसीआई मेन और विमेन क्रिकेट टीम के प्लेयर्स की मैच फीस में बराबरी लाएगा। यह उसी दिशा में उठाया गया कदम है। उन्होंने आगे लिखा- अब बीसीसीआई की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में शामिल महिला क्रिकेटर्स को पुरुष टीम के खिलाड़ियों के बराबर फीस मिलेगी। इस घोषणा के तुरंत बाद भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इस फैसले की तारीफ की और कहा कि इससे देश की अन्य लड़कियां क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित होंगी।

गौरतलब है कि सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल महिला खिलाड़ियों को टेस्ट मैच के लिए अभी चार लाख रुपए मिलते हैं। वहीं, वनडे और टी-20 दोनों की मैच फीस एक लाख रुपए है। पुरुषों के बराबर फीस मिलने का मतलब होगा कि अब टेस्ट मैच में महिला खिलाड़ियों की फीस 15 लाख रुपए होगी। वहीं, वनडे के लिए छह लाख और टी-20 के लिए तीन लाख रुपए मैच फीस दी जाएगी। इससे पहले न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने साल की शुरुआत में प्लेयर्स एसोसिएशन के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था और यह नियम लागू किया था। वहां अब पुरुष और महिला खिलाड़ियों को बराबर मैच फीस मिलती है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड इस पर अभी काम कर रहा है। (एएमएपी)