जुकरबर्ग के पास मेटा प्लेटफॉर्म्स के करीब 16.8 फीसदी शेयर हैं। फेसबुक के रेवेन्यू में 97 फीसदी से ज्यादा हिस्सा विज्ञापनों से आता है। कंपनी के शेयरों में गिरावट से जुकरबर्ग की नेटवर्थ में गिरावट आई है। जुकरबर्ग एक समय दुनिया के अमीरों की सूची में तीसरे नंबर पर थे, लेकिन अब वे 29वें नंबर पर खिसक गए हैं। इस साल उनकी नेटवर्थ 90.3 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 35.2 अरब डॉलर रह गई है।
कई परेशानियों से जूझ रही है कंपनी
बता दें कि जुकरबर्ग की कंपनी मेटा इन दिनों कई चुनौतियों से जूझ रही है। इनमें ग्लोबल इकोनॉमिक ग्रोथ चिंता, टिकटॉक से बढ़ती प्रतियोगिता, एपल की प्राइवेसी नीति में बदलाव, मेटावर्स पर हो रहा विशाल खर्च और रेग्युलेशन से जुड़ी बातें शामिल हैं। कंपनी के तिमाही नतीजों पर भी इन चुनौतियों का असर पड़ा है। अंक्तूबर से दिसंबर तिमाही में भी कमजोर नतीजे आने की आशंका है।
पहले ही दिए थे छंटनी के संकेत
इनका स्वामित्व है मेटा के पास
छंटनी का नया दौर मेटा के लिए कुछ वित्तीय संकटों को कम कर सकता है। मेटा के पास वर्तमान में फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम सहित दुनिया के कुछ सबसे बड़े प्लेटफॉर्म्स का स्वामित्व है। कंपनी मेटावर्स पर खर्च बढ़ा रही है और घाटे के बावजूद उभरती हुई प्रौद्योगिकी की संभावनाओं के बारे में आशावादी बनी हुई है। (एएमएपी)