बुरांश सहित कई प्रजाति के लगाए जायेंगे फूल।
विशेष तरह के यह फूल सर्दी, गर्मी, बरसात हर मौसम में अलग-अलग खिलते हैं। बुरांश के पेड़ों पर भी फूल उगते हैं। प्रदेश में रास्तों को सुंदर बनाने में इनका इस्तेमाल किया जाएगा। पिथौरागढ़ में मानसरोवर रूट, उत्तरकाशी में चारधाम रूट, नैनीताल के मुक्तेश्वर व रूसी बाईपास, चमोली के जोशीमठ, देहरादून के चकराता और अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में रास्तों को इन फूलों और पेड़ों से आकर्षक बनाया जाएगा।
फूलों की पौध के बीच पेड़ भी उगाए जाएंगे ताकि रास्तों की शोभा बढ़े। इन प्रजातियों के पेड़ लगेंगे झाड़ी प्रजाति के फूलों के बीच-बीच में 4 तरह के पेड़ों को भी उगाया जाएगा। ये पेड़ पदम, हिमालय कोरल ट्री, गुलाबी व लाल बुरांश के होंगे।
इन प्रजातियों के फूल लगाए जाएंगे
रास्तों को सुंदर बनाने में झाड़ी प्रजाति के फ्योंली, पुष्कर मूल, शकीना, चाइनीज हेड, धौला आदि पुष्प लगाए जाएंगे। फूलों से जहां रास्ते की शोभा बढ़ेगी वहीं पक्षी, तितली, भौरे आदि की संख्या में भी इजाफा होगा। कीट पतंगों व पक्षियों से इलाके में जहां जैव विविधता मजबूत होगी वहीं लोगों की जानकारी बढ़ेगी। (एएमएपी)