शिकायती पत्र पर डीजी होमगार्ड्स वीके मौर्या ने प्रयागराज के डिप्टी कमांडेंट जनरल संतोष कुमार को जांच सौंपी थी। इस बीच जिला कमांडेंट मनीष दुबे का गाजियाबाद से महोबा तबादला भी कर दिया गया। पिछले दिनों वह जब एक बैठक में झांसी आए थे तो पत्रकारों के किसी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया था। इस बीच आलोक मौर्या लगातार अपनी पत्नी और मनीष दुबे के रिश्तों को लेकर हमलावर हैं। आलोक मौर्या और उनकी पीसीएस पत्नी का रिश्ता इन दिनों सोशल मीडिया पर बहस का मुद्दा बना हुआ है। इसके साथ ही बरेली में चीनी मिल में तैनात पीसीएस ज्योति मौर्या के खिलाफ जांच में मिले तथ्यों से भी शासन को अवगत कराने की बात कही जा रही है।

ज्योति मौर्य ने शासन में रखा अपना पक्ष
ज्योति मौर्य ने पिछले शुक्रवार को अपर मुख्य सचिव नियुक्ति डॉ देवेश चतुर्वेदी से मुलाकात कर इस पूरे प्रकरण पर अपनी सफाई पेश की थी। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपने पक्ष में कई तर्क रखें। ज्योति पीसीएस बनने के बाद कौशांबी, जौनपुर, प्रयागराज, प्रतापगढ़ और लखनऊ में तैनात रही हैं। अभी वह बरेली में तैनात हैं। पति आलोक मौर्य ने ज्योति पर भ्रष्टाचार के भी गंभीर आरोप लगाए हैं। सबूत के तौर पर एक डायरी पेश की है। आलोक का आरोप है कि ज्योति इस डायरी में भ्रष्टाचार के लेन-देन का हिसाब रखती थीं।
कॉल रिकॉडिंग से बढ़ सकती है मुश्किल
सूत्रों के मुताबिक प्रकरण में सामने आई कुछ रिकॉडिंग की फोरेंसिक जांच कराई जानी है। यदि रिकॉडिंग में आवाज सही साबित होती है ज्योति मौर्य और मनीष दुबे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। (एएमएपी)



