पिछले साल इस शो का उदघाटन तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था। तीन दिन चले एयरो इंडिया 2022 में 16000 से अधिक लोग प्रत्यक्ष तौर पर शामिल हुए थे और 4.50 लाख से अधिक लोग वर्चुअल माध्यम से इससे जुड़े। इसमें 55 देशों की 84 विदेशी कंपनियों समेत 540 कंपनियां शामिल हुई थीं।
मेक इन इंडिया सिर्फ भारत के लिए नहीं : राजनाथ सिंह
उधर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया के बारे में विभिन्न देशों के राजदूतों के एक सम्मेलन में कहा कि भारत की ‘मेक इन इंडिया’ पहल सिर्फ भारत के लिए नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत विश्व व्यवस्था की पदक्रम यानी कुछ देशों को दूसरों से श्रेष्ठ मानने की व्यवस्था में विश्वास नहीं करता। एशिया की सबसे बड़ी एविएशन प्रदर्शनी ‘एयरो इंडिया-2023 के मौके पर राजदूतों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंध मानवीय समानता और गरिमा पर आधारित हैं। जब हम किसी राष्ट्र के साथ साझेदारी करते हैं तो यह संप्रभु समानता और आपसी सम्मान के आधार पर होता है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की आत्मनिर्भरता की पहल अपने सहयोगी देशों के साथ साझेदारी के नए मानदंड की शुरुआत है। ‘मेक इन इंडिया’ के प्रयास न तो खुद को अलग-थलग करने वाले हैं और न ही वे सिर्फ भारत के लिए हैं। (एएमएपी)