बंगाल की खाड़ी से उठ रहा मोचा चक्रवात शुक्रवार यानी 12 मई तक रफ्तार पकड़ सकता है। इसके चलते तेज हवाएं चलेंगी। इसकी स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है। मौसम विभाग का अनुमान है कि यह चक्रवात भारत के पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों से होते हुए बांग्लादेश एवं म्यांमार की ओर बढ़ जाएगा। मौसम विभाग ने कहा कि फिलहाल बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व और अंडमान निकोबार फिलहाल कम दबाव वाला क्षेत्र बना हुआ है। यही नहीं मौसम विभाग का कहना है कि मोचा चक्रवात के असर से देश के मध्य और उत्तर पूर्वी हिस्से में 11 से 17 मई तक अच्छी खासी बारिश हो सकती है।

 

मौसम विभाग का अनुमान है कि मोचा चक्रवात के असर से देश के पूर्वी राज्यों बंगाल, ओडिशा में अच्छी खासी बारिश हो सकती है। इसके अलावा पूर्वोत्तर के राज्यों में भी बारिश होने की संभावना जताई गई है। वहीं सेंट्रल इंडिया में भी इसका असर देखने को मिलेगा। चक्रवात के असर से हवा की गति तेज होगी और इससे गर्मी कम रहेगी। बता दें कि रविवार के बाद से ही दिल्ली-एनसीआर और यूपी समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश नहीं हुई है। ऐसे में मोचा चक्रवात के असर से चलने वाली तेज हवा जरूर कुछ राहत पहुंचाएगी।

ओडिशा, अंडमान और पश्चिम बंगाल में प्रशासन मोचा चक्रवात की आशंका को देखते हुए हाई अलर्ट पर है। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का कहना है कि तटीय इलाकों में बचाव दलों को सतर्क रखा गया है। किसी भी आपातस्थिति में तुरंत बचाव कार्य शुरू किया जाएगा। इसके अलावा मछुआरों एवं अन्य लोगों को सलाह दी गई है कि फिलहाल वे समुद्र तटों से दूर ही रहें।

यमन के इस शहर पर रखा गया है चक्रवात का नाम

मोचा चक्रवात का नाम यमन के शहर मोखा के ऊपर रखा गया है। 500 साल पहले दुनिया में कॉफी का आविष्कार करने के लिए यह शहर मशहूर है। विश्व मौसम संगठन की गाइडलाइंस के अनुसार हर साल आने वाले चक्रवातों का नामकरण किया जाता है।(एएमएपी)