बता दें कि बीते दिनों चीन का एक जासूसी गुब्बारा उड़ते हुए अमेरिकी के एयरस्पेस में दाखिल हो गया था। यह गुब्बारा अमेरिका के मोंटाना में देखा गया था, जिसके बाद इसे दक्षिणी कैरोलिना के तट पर निशाना बनाकर गिरा दिया गया था। अमेरिका ने दावा किया कि यह गुब्बारा खूफिया जानकारी जुटाने में इस्तेमाल किया जा रहा था। इसके बाद अमेरिका ने अपने विदेश मंत्री का चीन दौरा भी रद्द कर दिया था। हालांकि चीन का कहना है कि यह मौसम को मॉनिटर करने वाला गुब्बारा था और अमेरिका इस मामले को बढ़ा चढ़ाकर पेश कर रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि इस मामले से चीन और अमेरिका के रिश्ते खराब नहीं होंगे लेकिन यह अमेरिका की संप्रभुता का उल्लंघन है और अमेरिका अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इसके खिलाफ सख्त कदम उठाएगा। अमेरिका ने दावा किया है कि अमेरिका द्वारा निशाना बनाए गए गुब्बारे का चीन की सेना के साथ सीधा संबंध है। साथ ही अमेरिका ने ये भी कहा है कि गुब्बारे का इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जा रहा था और चीन कई देशों में इसी तरह जासूसी करा चुका है। (एएमएपी)