अमेरिकी सेना के एक शीर्ष कमांडर ने वाशिंगटन में कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की कार्रवाई के बाद अमेरिका ‘‘स्थिति पर बेहद बारीकी से नजर रख रहा है’’।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे।

अमेरिकी सेना के प्रशांत क्षेत्र कमांडिंग जनरल, रोनाल्ड क्लार्क ने बुधवार को डिजिटल माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ‘‘अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हम स्थिति पर बेहद करीब से नजर रख रहे हैं। हम अपने मुख्यालय और अमेरिका हिन्द-प्रशांत कमान मुख्यालय (यूएसइंडोपैकोम) से सपंर्क साधे हुए हैं क्योंकि इन हमलों के बारे में जानकारी और भी स्पष्ट हो रही है।’’

Major General Ronald Clark Gives Speech at USS Michael Monsoor Commissioning

‘यूएसइंडोपैकोम’ अमेरिकी सशस्त्र बलों की छह एकीकृत लड़ाकू कमान में से एक है, जिसका मुख्यालय हवाई में है। क्लार्क भारत के हमलों के बाद उत्पन्न हुए हालात पर अमेरिका के दृष्टिकोण से जुड़े सवाल का जवाब दे रहे थे।

इससे पहले बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता संघर्ष ‘‘रुकना’’ चाहिए और अगर वह कुछ मदद कर सके हैं तो जरूर करेंगे।

ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच ‘‘युद्ध’’ पर एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘यह बहुत भयानक है। मेरी इच्छा यह है कि मैं दोनों को साथ लेकर काम करूं। मैं दोनों को बहुत अच्छी तरह से जानता हूं और मैं उन्हें इसे (तनाव को) हल करते हुए देखना चाहता हूं। मैं उन्हें रुकते हुए देखना चाहता हूं और उम्मीद है कि वे अब रुक सकते हैं। उन्होंने एक दूसरे के खिलाफ जैसे को तैसा वाला रुख अपनाया है तो अब उम्मीद है कि वे रुक सकते हैं। मैं उन दोनों को जानता हूं, हम दोनों देशों के साथ बहुत अच्छे से मिलकर काम करते हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं और मैं इसे रुकते देखना चाहता हूं। और अगर मैं कुछ मदद कर सकता हूं तो मैं जरूर करूंगा।’’