
सभा में सरकार विरोधी नारेबाजी को लेकर सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि मैं गहलोत साहब को कहने आया हूं, ये चंद लोग भेजकर नारे लगाने से कुछ नहीं होता है। जरा भी शर्म बची है तो लाल डायरी के मुद्दे पर इस्तीफा देकर चुनाव मैदान में आइए और हो जाए दो-दो हाथ। उन्होंने टोकते हुए कहा कि अभी जो लाेग नारे लगा रहे थे, नारे लगाने की बजाय चंद्रयान को बढ़ाया होता और सहकार मंत्रालय बनाया होता तो ये नारे नहीं लगाने पड़ते। सम्मेलन में सहकार समितियों को लेकर लिखी किताब का विमोचन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया।
शाह ने राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की जीत और केन्द्र में फिर से मोदी सरकार बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि राजस्थान ने 2014 और 2019 दोनों लोकसभा चुनावों में सभी सीटें मोदी की झोली में डाली थी। 2024 में भी जनता फिर से सभी सीटों पर भाजपा को जिताएगी। इसके साथ ही जनता लोकसभा चुनाव से पहले होने वाले 2023 के विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन के लिए भी तैयार है। संबोधन के अंत में उन्होंने दोबारा लाल डायरी का जिक्र करते हुए कहा कि घर में कोई लाल डायरी हो तो उसका कलर लाल मत रखना वरना गहलोत जी नाराज हो जाएंगे। सम्मेलन को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी संबोधित किया।(एएमएपी)



