ज्यादा चमकदार और विशाल दिखाई देगा जुपिटर
पृथ्वी से एक ओर सूर्य, दूसरी ओर जुपिटर
इसके अगले दिन यानी 3 नवम्बर को भारतीय समयानुसार प्रात: 10 बजकर 25 मिनट पर जुपिटर इस स्थिति में रहेगा कि पृथ्वी से एक ओर सूर्य तथा दूसरी ओर जुपिटर होगा। अर्थात यह दोनों 180 डिग्री पर होंगे। इस खगोलीय घटना को जुपिटर एट अपोजीशन कहते हैं। सारिका ने बताया कि जुपिटर मेष तारामंडल में रहेगा और शाम को पूर्व दिशा में उदित होकर लेकर रात भर आकाश में रहकर सूर्योदय से कुछ पहले पश्चिम दिशा में अस्त होगा।
जुपिटर को देखने का सबसे अच्छा समय
उन्होंने बताया कि यह आकाश में जुपिटर को देखने का साल का सबसे अच्छा समय है, क्योंकि पास रहने से यह अपेक्षाकृत बड़ा और माइनस 2.9 मैग्नीटयूड से चमकदार दिखेगा। शाम के समय यह पूर्व में चमकते हुए खाली आंखों से ही देखा जा सकता है। सारिका ने बताया कि जुपिटर एट अपोजीशन की अगली घटना 8 दिसंबर, 2024 को होगी। उन्होंने बताया कि अब तक जुपिटर के 95 मून खोजे गये हैं। अगर आप किसी सामान्य टेलिस्कोप से जुपिटर को देखेंगे, तो इसके चार मून आसानी से देख पाएंगे। (एएमएपी)