दिल्ली शराब नीति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को अरेस्ट कर सत्ता पर विराजमान आम आदमी पार्टी को एक और करारा झटका दिया है। शराब नीति घोटाले में मनीष सिसौदिया के बाद यह दूसरी सबसे बड़ी गिरफ्तारी थी। इसके बाद कहा जा रहा है कि संजय सिंह की टेंशन बढ़ सकती हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि ED ने शराब नीति घोटाले के मामले में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।

राजधानी में कथित शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट में संजय सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया है. ईडी ने आरोप पत्र में आरोप लगाया है कि संजय सिंह इस मामले में साजिश, मनी लॉन्ड्रिंग और आरोपियों की सहायता करने में शामिल थे. इस घोटाले को लेकर अगली सुनवाई 4 दिसंबर को दिल्ली की एक कोर्ट में होगी. बताया गया है कि ये चार्जशीट इसी सुनवाई में पेश की जाएगी।

आपको बता दें कि निदेशालय ने अपनी चार्जशीट में इल्जाम लगाया था कि शराब घोटाले के एक अन्य आरोपी दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली के सीएम केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की थी. इस मीटिंग में संजय सिंह मौजूद थे. प्रवर्तन निदेशालय के सामने दिनेश अरोड़ा के हालिया बयान के अनुसार संजय सिंह से उनकी पहली मुलाकात एक कार्यक्रम में हुई थी. इसके बाद वह मनीष सिसौदिया के संपर्क में आये. यह व्यापक रूप से आरोप लगाया गया है कि यह दिल्ली चुनाव से पहले AAP नेताओं द्वारा आयोजित एक धन जुटाने का कार्यक्रम था।

ईडी की चार्जशीट के मुताबिक, संजय सिंह के कहने पर दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली चुनाव के लिए पार्टी फंड इकट्ठा करने के लिए कई रेस्तरां मालिकों से बातचीत की थी. इतना ही नहीं, मनीष सिसौदिया को 32 लाख का चेक भी सौंपा गया. बताया जा रहा है कि निदेशालय ने संजय सिंह पर उत्पाद विभाग में लंबित दिनेश अरोड़ा के एक मामले को हल का इल्जाम लगाया है।

आप सांसद पर हैं ये आरोप

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी चार्जशीट में आरोप लगाया था कि शराब घोटाले के आरोपी व्यवसायी दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की थी. इस बैठक में संजय सिंह भी मौजूद थे. ईडी के सामने दिनेश अरोड़ा द्वारा दिए बयान के मुताबिक, वह सबसे पहले एक कार्यक्रम में संजय सिंह से मिला था. इसके बाद वह मनीष सिसोदिया के संपर्क में आया.  सूत्रों का कहना है, यह दिल्ली चुनाव से पहले AAP नेता द्वारा आयोजित एक फंड जुटाने का कार्यक्रम था।

चार्जशीट के मुताबिक, संजय सिंह के कहने पर दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली में आगामी चुनावों के लिए पार्टी फंड इकट्ठा करने के लिए कई रेस्तरां मालिकों से बात की. इतना ही नहीं उसने 32 लाख रुपये का चेक भी सिसोदिया को सौंपा. ईडी ने यह भी आरोप लगाया है कि संजय सिंह ने दिनेश अरोड़ा का एक मुद्दा सुलझाया जो एक्साइज विभाग के पास लंबित था।

जेल से बाहर आने की राह मुश्किल

ईडी की चार्जशीट के बाद आप नेता संजय सिंह के जेल से बाहर आने की राह मुश्किल हो सकती है। कोर्ट ईडी की चार्जशीट के मद्देनजर सिंह की न्यायिक हिरासत को और बढ़ा सकता है। इससे पहले संजय सिंह कई बार राउज एवेन्यू कोर्ट, दिल्ली हाईकोर्ट और सर्वोच्च न्यायालय में जमानत के लिए याचिका लगा चुके हैं, लेकिन उनकी जमानत याचिका खारिज होती रही है। बीते 24 नवंबर को राउज एवेन्यू कोर्ट ने संजय सिंह की जेल हिरासत 4 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दी थी। इससे पहले आप नेता संजय सिंह को कोर्ट ने 10 नवंबर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। 24 नवंबर को उनकी हिरासत पूरी होने के बाद उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था।

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ईडी ने लगाए हैं ये आरोप

ईडी सूत्रों के मुताबिक, वित्तीय जांच एजेंसी ने सिंह के खिलाफ 60 पेज का आरोपपत्र अदालत में दाखिल किया है। ईडी के सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ने अपने आरोप पत्र में आरोप लगाया है कि सिंह साजिश, मनी लॉन्ड्रिंग और आरोपियों की मदद करने में शामिल थे। ईडी ने आरोप पत्र में एक और व्यक्ति को भी आरोपी बनाया है, हालांकि, उन्होंने अभी तक नाम का खुलासा नहीं किया है।

अक्टूबर में हुई थी गिरफ्तारी

ईडी ने ‘आप’ के राज्यसभा सदस्य सिंह को अक्टूबर में गिरफ्तार किया था। धनशोधन रोधी एजेंसी ने आरोप लगाया था कि आरोपी कारोबारी दिनेश अरोड़ा ने राज्यसभा सदस्य के आवास पर दो किस्तों में दो करोड़ रुपये नकद पहुंचाए थे। सिंह ने इस दावे का खंडन किया है। ईडी ने 2021-22 दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में ‘आप’ सांसद को गिरफ्तार किया था। इस मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बाद वह दूसरे बड़े नेता हैं। दिल्ली पर शासन करने वाली ‘आप’ ने गिरफ्तारियों और मामले को ‘राजनीतिक षड्यंत्र’ करार दिया है। ईडी के अनुसार, जांच में पता चला है कि अरोड़ा ने सिंह के घर पर दो मौकों पर दो करोड़ रुपये नकद पहुंचाए थे। अगस्त 2021 से अप्रैल 2022 के बीच यह नकदी पहुंचाई गई।(एएमएपी)