लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस में उथल-पुथल मची हुई है। कांग्रेस में पार्टी नेताओं का दूसरी पार्टी में जाने का सिलसिला जारी है। अब देश की सबसे अमीर महिला और हरियाणा की पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने भी कांग्रेस छोड़ दी है। कुछ दिन पहले ही उनके बेटे नवीन जिंदल कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। बीजेपी ने उन्हें हरियाणा के कुरुक्षेत्र से प्रत्याशी भी बना दिया है। अब नवीन जिंदल की मां और देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने भी कांग्रेस छोड़ दी है। सावित्री जिंदल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कांग्रेस छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा की है। उन्होंने लिखा, ‘‘मैंने एक विधायक के रूप में 10 वर्ष तक हिसार के लोगों का प्रतिनिधित्व किया और एक मंत्री के रूप में निस्वार्थ भाव से हरियाणा राज्य की सेवा की है। हिसार के लोग मेरा परिवार हैं और अपने परिवार की सलाह पर, मैं आज कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं।’’

दो लाख करोड़ से ज्यादा नेटवर्थ है सावित्री जिंदल का

भारत की सबसे अमीर महिलाओं की लिस्ट में सावित्री जिंदल का नाम सबसे ऊपर है। उनकी उम्र 84 साल है और वे जिंदल समूह का विशाल कारोबार संभालती हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार 28 मार्च 2024 तक सावित्री जिंदल की कुल संपत्ति 29.6 अरब डॉलर है। भारतीय मुद्रा में यह करीब 2.47 लाख करोड़ रुपये है। वैश्विक स्तर पर दुनिया के अरबपतियों की सूची में सावित्री जिंदल 56वें स्थान पर हैं।

ऐसा रहा राजनीतिक कैरियर

सावित्री जिंदल हरियाणा में पिछली भूपिंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री थीं। 2014 के लोकसभा चुनाव में वह हिसार से बीजेपी के डॉ. कमल गुप्ता से हार गई थीं। गुप्ता वर्तमान में नायब सिंह सैनी सरकार में मंत्री हैं। प्रसिद्ध उद्योगपति और हरियाणा के पूर्व मंत्री ओ पी जिंदल और सावित्री जिंदल के बेटे नवीन को आगामी लोकसभा चुनाव में कुरूक्षेत्र से भाजपा का उम्मीदवार बनाया गया है। कांग्रेस सांसद के रूप में 2004-14 तक लोकसभा में कुरूक्षेत्र निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले नवीन जिंदल ने रविवार को पार्टी छोड़ दी थी और कहा था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के एजेंडे में योगदान देना चाहते हैं।

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कई देशों में जिंदल ग्रुप का कारोबार

ओपी जिंदल ग्रुप का कारोबार आज तमाम सेक्टर्स में फैला हुआ है, इनमें स्टील, एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर, सीमेंट, निवेश और पेंट सेक्टर शामिल हैं। ना केवल देश में बल्कि भारत से बाहर भी जेएसडब्ल्यू ग्रुप का बड़ा बिजनेस है। कंपनी अमेरिका, यूरोप और यूएई से चिली तक कारोबार करती है। सवित्री जिंदल से पहले उनके बेटे नवीन जिंदल नवीन जिंदल ने भी कांग्रेस छोड़ हाल ही में बीजेपी का दामन थामा है। जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के अध्यक्ष नवीन जिंदल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार को तौर पर कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। गौरतलब है कि नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से साल 2004 से 2009 और साल 2009 से 2014 तक कांग्रेस से सांसद रहे हैं। (एएमएपी)