पाकिस्तान में लश्कर के आतंकी मोहम्मद मुज़मिल को साथी सहित ठोंक
गए अज्ञात हमलावर
Indian media celebrating terrorist assaults claimed by #ISKP in Pakistan exposes its malicious linkage with the Terrorist group. Indian state terrorism in Pakistan is not new. Global leaders must hold India accountable.#khadijashah #PakArmy #AsimMunir #Dubai #Raw #India #Canada pic.twitter.com/waSRWoeOaq
— The Khyber Bureau (@KhyberBureau) November 18, 2023
कनाडा, पाकिस्तान में छिपे थे ये सभी आतंकी
उल्लेखनीय है कि, बीते कुछ समय में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर, अवतार सिंह खांडा, परमजीत पंजवार, रिपुदमन सिंह मलिक, हरविंदर रिंडा, सुखदूल सिंह, हैप्पी संघेड़ा के अलावा अबू कासिम, जहूर मिस्त्री, अब्दुल सलाम भुट्टावी, सैयद नूर, एजाज अहमद, खालिद रजा, बशीर अहमद, शाहिद लतीफ, मुफ्ती कैसर फारूक, जियाउर रहमान, मलिक दाऊद, सुक्खा दुनिके, ख्वाजा शाहिद, मौलाना तारिक रहीम उल्लाह तारिक जैसे आतंकियों की हत्या या रहस्यमयी मौत हो चुकी है।
ये सभी कनाडा, पाकिस्तान जैसे देशों में छिपे बैठे थे, जहाँ ये खुद को सुरक्षित समझते थे। कुल मिलाकर देखा जाए, तो वर्ष 2023 में अब तक 18 भारत विरोधी आतंकवादी, विदेशी धरती से सीधे जहन्नुम जा चुके हैं। वहीं, गत वर्ष 2022 में 5 भारत विरोधी आतंकियों की हत्या हुई थी।
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केंद्र की शक्तिशाली सरकार के सामने सभी हैं नतमस्तक
इस मामले में कहना होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नया भारत एक आत्मनिर्भर शक्ति के रूप में विकसित हुआ है, जो सुरक्षा चुनौतियों का स्वतंत्र रूप से जवाब देने में सक्षम है। भारत के इस मुखर रुख ने कहानी को बदल दिया है, भारत आतंकवाद के खिलाफ एक सक्रिय शक्ति के रूप में उभर रहा है। हालांकि यह भी सच है कि जैसे-जैसे भारत का वैश्विक कद बढ़ रहा है, निजी स्वार्थ वाली विदेशी शक्तियां, भारत के विकास और प्रतिष्ठा को कमजोर करने के लिए साजिशों का सहारा ले रही हैं। इरादा साफ है- भारत की छवि खराब करना और उसकी प्रगति में बाधा डालना। पर वे भूल जाती हैं कि भारत में अभी केंद्र की सरकार बहुत मजबूत है।
आज का भारत मुखर है, दुनिया ने भी जान ली उसकी शक्ति और सामर्थ्य
पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत अपने हितों की रक्षा करने और किसी भी प्रकार की आक्रामकता का दृढ़ता से जवाब देने के संकल्प का प्रदर्शन करते हुए दृढ़ बना हुआ है। वे दिन गए जब भारत आतंकवादी हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र (यूएन) जैसे निकायों के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय निंदा की मांग करता था। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व ने राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति भारत के दृष्टिकोण में एक नए युग की शुरुआत की है। विदेशों में भारत विरोधी तत्वों का मुकाबला करने में सफलताओं का सिलसिला भारत के बढ़ते आत्मविश्वास और क्षमताओं को दर्शाता है। सुरक्षा मामलों में आत्मनिर्भरता के लिए देश की प्रतिबद्धता पिछली प्रथाओं से विचलन का प्रतीक है, जो वैश्विक मंच पर एक लचीले और मुखर भारत का प्रदर्शन करती है। (एएमएपी)