कांग्रेस टैक्स रिटर्न ना भरें और इनसे कोई पूछे भी ना
अनुराग ठाकुर ने कहा कि राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे पर इनकम टैक्स नहीं लगता परन्तु सभी दलों को इनकम टैक्स रिटर्न भरना होता है। क्या कांग्रेस इतनी व्यस्त थी कि वह इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भर पाई? क्या इनके लिए हम नए कानून बना दें ताकि यह भ्रष्टाचार करें और इनके ऊपर कार्रवाई ना हो? यह इनकम टैक्स रिटर्न ना भरें और इनसे कोई पूछे भी ना? देश के कानून, नियम और संस्थाएं देश के संविधान के नियम से चलती हैं। अगर देश के अन्य सभी राजनीतिक दल अपना इनकम टैक्स रिटर्न भर सकते हैं तो राहुल गांधी की पार्टी क्यों नहीं भर सकती?
इंदिरा जी के समय मीडिया को दबाया गया
अनुराग ठाकुर ने कहा कि इंदिरा जी का समय देखेंगे तो आपातकाल के समय मीडिया को दबाया गया, आम लोगों को भी दबाया गया और पॉलीटिकल पार्टी को भी दबाया गया। आज मोदी के नेतृत्व वाले भारत में आम लोगों के साथ-साथ मीडिया सारे तरीके के सवाल पूछने के लिए स्वतंत्र है। अभिव्यक्ति की आजादी हमारे सोच और कार्यशैली में समाहित है। हम सदैव इसके लिए लड़े हैं और खड़े हैं।
जांच एजेंसियां स्वतंत्रता से कर रही कार्रवाई
विपक्षी नेताओं पर जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर पूछे गए प्रश्न के जवाब में अनुराग ठाकुर ने कहा कि आज से 10 वर्ष पहले देश के आम लोग पूछते थे कि इन भ्रष्टाचारियों को कब सजा मिलेगी। आज जब भ्रष्टाचार के आरोपितों पर जांच एजेंसियां कार्रवाई करती हैं तो आप कहते हैं चुनाव के समय कार्रवाई हो रही है। आज से 10 महीने पहले जब मनीष सिसोदिया को जेल में डाला गया तब कौन से चुनाव थे? संजय सिंह को जब जेल में डाला गया तब कौन से चुनाव थे? सत्येंद्र जैन इतने दिनों से जेल में हैं, उन्हें जमानत नहीं मिल रही। उस समय कौन से चुनाव थे? सच्चाई यह है कि यह लोग भ्रष्टाचारी हैं और जांच एजेंसियां इनके खिलाफ स्वतंत्रता से कार्रवाई कर रही हैं।
विपक्ष को कुछ भी मंजूर नहीं
उन्होंने कहा कि जब हम वन नेशन, वन इलेक्शन की बात करते हैं तो विपक्ष उसे भी नामंजूर कर देता है। इसी प्रकार हम वन नेशन, वन टैक्स लाए तो यह कहते हैं इन्हें मंजूर नहीं। आज जीएसटी के कारण आम नागरिक को दामों में 5 से 7 प्रतिशत की कमी आई है। आज ट्रांसपोर्टेशन का टाइम कम हुआ है। फास्ट टैग के कारण टोल नाकों पर मात्र 43 सेकंड से कम का समय लगता है। पहले 743 सेकंड से ज्यादा लगते थे। जीएसटी से पहले टैक्स कलेक्शन 90 से 92 हजार करोड़ रुपये होता था। आज औसतन 1 लाख 60 हजार करोड़ रुपये के ऊपर जीएसटी कलेक्शन होता है। इससे देश का खजाना भरा है। और देश का खजाना भरने से गरीबों और वंचितों को लाभ मिला है।
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भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
अनुराग ठाकुर ने कहा कि 2014 में भारत एक लड़खड़ाती और चरमराती अर्थव्यवस्था में गिना जाता था। आज हम विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और अगले तीन वर्षों में विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। 2014 में समाचार मिलता था कि भारत की अर्थव्यवस्था गिर रही है। आज भारत विश्व में सबसे तेजी से प्रगति करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज भारत को ब्राइट स्पॉट के रूप में देखा जाता है। (एएमएपी)