गुलमर्ग हमला।

सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग सेक्टर में बृहस्पतिवार को हुए आतंकवादी हमले के बाद इलाके में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास शुक्रवार को व्यापक तलाश अभियान शुरू किया। गुलमर्ग सेक्टर में हुए आतंकवादी हमले में दो सैनिकों सहित चार लोग मारे गए हैं। मारे गए लोगों में दो कुली हैं। मारे गए पोर्टरों के नाम  मुश्ताक अहमद और जहूर अहमद मीर बताये गए हैं। मुश्ताक नौशेरा का रहने वाला है।

श्रीनगर से मिली ख़बरों में अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि नियंत्रण रेखा और हमला स्थल के नजदीकी इलाकों में तलाश अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने हमला स्थल के आस-पास के रास्तों को सील कर दिया है। सुरक्षा बल तलाश अभियान के दौरान मानवीय और तकनीकी खुफिया जानकारी की मदद ले रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान हमले में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें निष्क्रिय करने के लिए शुरू किया गया है।

बृहस्पतिवार को आतंकवादियों ने उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में गुलमर्ग से छह किलोमीटर दूर सुरक्षा बल के एक वाहन पर हमला किया था जिसमें सेना के दो जवानों और दो कुलियों की मौत हो गई जबकि एक अन्य कुली और एक जवान घायल हो गया। आतंकवादियों ने बूटापथरी इलाके में सेना के वाहन पर तब गोलीबारी की जब वह अफरावत रेंज में नागिन चौकी की ओर जा रहा था।

J&K: गुलमर्ग में सेना की गाड़ी पर आतंकी हमला, 2 जवान शहीद, 2 पोर्टर की भी  मौत - India TV Hindi

अधिकारियों ने कहा कि यह क्षेत्र पूरी तरह से सेना के कब्जे में है और हाल में ऐसी खबरें मिली थीं कि एक आतंकवादी समूह ने गर्मियों की शुरुआत में घुसपैठ की थी और यह अफरावत रेंज के ऊंचे इलाकों में छिपा था।

बूटापथरी क्षेत्र को हाल में पर्यटकों के लिए खोला गया था। खास बात यह है कि गुलमर्ग और बूटापथरी जैसे ऊपरी इलाकों में पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है।

प्रतिष्ठित ‘हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल’ (एचएडब्ल्यूएस) हमला स्थल से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है। सियाचिन ग्लेशियर में तैनाती से पहले सेना के जवानों को एचएडब्ल्यूएस में विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।

जम्मू कश्मीर में एक हफ्ते में यह चौथा आतंकी हमला है। 18 अक्टूबर को शोपिया में एक मजदूर पर अटैक हुआ था उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 20 अक्टूबर को गांदर बल में आतंकी हमला हुआ जिसमें सात लोगों की मौत हुई जिनमें छह मजदूर थे और एक डॉक्टर था। वहीं 24 अक्टूबर को पुलवामा में गैर कश्मीरी को गोली मारी गई। और 24 अक्टूबर को ही गुलमर्ग में सेना की गाड़ी पर आतंकी हमला होता है जिसमें दो जवान शहीद हो जाते हैं। और दो पोर्टर की मौत की खबर भी सामने आती है।