खालिस्तानी समर्थकों के दुस्साहस भरे कामों को लेकर लगातार खबरें आ रही है। आए दिन भारत को विदेशों में बदनाम करने की गतिविधियां सामने आ रही हैं। इन सबके पीछे की सबसे बड़ी वजह है, भारत में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ सरकार का एक्शन।अब अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन DC में भारतीय दूतावास के सामने प्रदर्शन कर रहे खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय पत्रकार ललित झा पर हमला कर दिया। पत्रकार ललित को गंदी-गंदी बातें सुनाई और पीटा भी। ये घटना तब हुई, जब वो शनिवार (25 मार्च) को दोपहर भारतीय दूतावास के बाहर खालिस्तान समर्थक विरोध प्रदर्शन को कवर कर रहे थे।

अमेरिकी पुलिस ने की मदद

अमेरिका में स्थित भारतीय पत्रकार ने रविवार (26 मार्च) को यूएस सीक्रेट सर्विस को अपनी रक्षा करने और अपना काम करने में मदद करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि खालिस्तानी समर्थकों ने उनके बाएं कान पर दो डंडे मारे। मदद करने के लिए धन्यवाद वरना मैं हॉस्पिटल से ये ट्वीट लिख रहा होता। मैंने हमला होने के बाद 911 को कॉल किया। 2 पुलिस वैन में 4 लोग आए, जिन्होंने मेरी मदद की। उन्होंने अपने ट्विटर पर खालिस्तानी समर्थकों का एक वीडियो भी शेयर किया।

खालिस्तानियों के खिलाफ कार्रवाई न करने का फैसला

भारतीय पत्रकार ने बताया, ‘मैं डर गया था। फिर मैंने 911 पर कॉल किया। सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों को देखा और उन्हें घटना के बारे में बताया।’ पत्रकार ने हंगामा करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का फैसला किया। वहीं खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने अमृतपाल के समर्थन में भारतीय दूतावास के बाहर खालिस्तानी झंडे लहराकर प्रदर्शन किए।

इस दौरान उन्होंने खुले तौर पर दूतावास में तोड़फोड़ करने की धमकी दी और भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू को भी अपशब्द कहा। ललित झा ने बताया कि प्रदर्शनकारियों में सभी उम्र के पगड़ीधारी पुरुष शामिल थे। उन्होंने खालिस्तान समर्थक नारे लगाए। वे डीसी-मैरीलैंड-वर्जीनिया (DMV) क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों से आए थे। वो हिंदी और अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल करके भाषण दे रहे थे। उन्होंने पंजाब पुलिस को निशाना बनाया।(एएमएपी)