तेज गति से चल रहा निर्माण।

अध्‍योध्‍या में श्रीराम जन्मभूमि राममंदिर का निर्माण कार्य तेजी चल रहा है। अलग-अलग राज्यों के करीब तीन हजार कारीगर और मजदूर मंदिर को आकार देने में जुटे हुए हैं। राममंदिर की सीढ़ियां मकराना के संगमरमर से सज रही हैं। 32 सीढ़ियां चढ़ने के बाद भक्तों को रामलला के दर्शन प्राप्त होंगे। राममंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि भूतल का काम लगभग पूरा हो चुका है, अब फिनिशिंग का काम तेजी से चल रहा है। गर्भगृह व परिक्रमा पथ पर फर्श पर संगमरमर बिछाने का काम भी पूरा हो चुका है। इसके साथ लाइटिंग का काम चल रहा है, यह काम दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।

तीन मंजिला राममंदिर में लगेंगे 42 दरवाजे

ग्राउंड फ्लोर पर बन रहे गर्भगृह का मुख्य दरवाजा बनकर तैयार हो चुका है। इसपर विष्णु कमल, वैभव प्रतीक गज अर्थात हाथी, प्रणाम स्वागत मुद्रा में देवी चित्र अंकित है। यह दरवाजा करीब 10 फीट चौड़ा और 15 फीट ऊंचा है। इन्हें लगाकर टेस्टिंग की जा रही है। यह दरवाजे सागौन की लकड़ी से बनाए गए हैं। तीन मंजिला राममंदिर में कुल 42 दरवाजे लगने हैं, हर तल पर 14-14 दरवाजे लगाए जाने हैं। अभी भूतल के दरवाजों का परीक्षण शुरू किया गया है।

दो लाख भक्‍तों की उपस्थिति में होगा उद्घाटन

22 जनवरी को राममंदिर में रामलला की प्राणप्रतिष्ठा संभावित है। समारोह में राम जन्मभूमि परिसर में 10 हजार अतिथि और दो लाख से ज्यादा राम भक्त पहुंचेंगे। रामभक्तों के लिए सुविधाएं विकसित करने में ट्रस्ट जुटा हुआ है। इसके बाद रामलला दर्शन कार्यक्रम के तहत विश्व हिंदू परिषद के सभी 44 प्रांतों से रोज 25 हजार राम भक्त रामलला का दर्शन करने आएंगे।

एक अक्‍टूबर को संत-धर्माचार्य देखेंगे प्रगति

राममंदिर निर्माण की प्रगति देखने के लिए एक अक्‍टूबर को संत-धर्माचार्यों को राम जन्मभूमि परिसर में आमंत्रित किया गया है। ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्र ने बताया कि समय-समय पर संतों को मंदिर निर्माण की प्रगति दिखाई जाती है। इसी क्रम में एक अक्तूबर को संतों को आमंत्रित किया गया है। करीब 200 संतों को रामजन्मभूमि परिसर में बुलाया गया है। संत रामलला के दरबार में हाजिरी लगाने के बाद राममंदिर निर्माण की प्रगति देखेंगें, उन्हें रामलला का प्रसाद भी दिया जाएगा।(एएमएपी)