नाबालिग लड़कियों की जिदंगी तबाह
बेबी फार्मिंग को आधुनिक नाम सरोगेसी दिया गया है। सरोगेसी का सीधा मतलब देखे तो इसे किराए की कोख भी कहा जाने लगा है। बस इसी किराएदारी के नाम पर अवैध धंधा हो रहा है। जिसके कारण कई नाबालिग लड़कियों की जिदंगी ही तबाह हो रही है। वजह है कि नाबालिग बच्चियों को किडनैप किया जाता है और उन्हे जबरियां गर्भधारण कराया जाता है। इनकी उम्र 14-17 साल के बीच होती है।
कम उम्र की लड़कियों को किया जा रहा किडनैप
बेबी फार्मिंग के नाम से चलने वाला ये घिनौना धंधा आराम से चल रहा है। कम उम्र की लड़कियों को किडनैप करके इस धंधे में उतारा जाता है। उन्हें ज़बरदस्ती प्रेग्नेंट किया जाता है और बच्चे पैदा करने के लिए मजबूर किया जाता है। इस बिजनेस को बढ़ावा मिलता है उन कपल्स से, जिनकी कोई संतान नहीं हैं। ऐसे में लड़कियों को जबरन सरोगेट मदर बनाकर उनसे बच्चे पैदा कराए जाते हैं और फिर इन्हें ऊंची कीमत पर बेच दिया जाता है।
गरीबी और बदहाली भी है इसकी वजह
बेबी फार्मिंग का व्यापार अस्पतालों, अनाथालयों और दूसरी जगहों पर चोरी-छिपे चलाया जा रहा है। कई बार तो खुद गरीबी और बदहाली की वजह से लड़कियां और महिलाएं सरोगेट मदर बनने के लिए तैयार हो जाती हैं। ऐसा नहीं है कि इस घिनौने धंधे के बारे में किसी को पता नहीं है। अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में रह चुके बेबी फार्मिंग के तमाम केस सामने आ चुके हैं और मानवाधिकार संस्थाएं इसे खत्म करने के लिए प्रयास भी करती रही हैं लेकिन ये पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।