सतीश सिंह ।
स्टेट बैंक ने योनो डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के तहत किसान ई-स्टोर खोला है। इस ई-स्टोर में बीज, पौधा संरक्षण से संबंधित सामग्री, पौधा पोषण, कृषि से संबंधित विविध उत्पाद, कीटनाशक, फफूंदनाशक, कृषि जैव उत्पाद, नीम का तेल, ऑर्गेनिक उत्पाद, संवर्धक, कृषि उपकरणों के अग्रणी ब्रांडों की विस्तृत श्रंखला जैसे, छिडकाव यंत्र, बुवाई यंत्र आदि ऑनलाइन एवं सस्ती दर पर उपलब्ध हैं।
स्टेट बैंक किसानों के लिये मंडी, मित्र और कृषि गोल्ड ऋण आदि की सुविधा भी उपलब्ध करा रहा है। मंडी के अंतर्गत किसानों के गैर बैंकिंग जरूरतों को पूरा किया जा रहा है। किसानों को बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है, जहाँ किसान बिना किसी बिचौलिये के लेनदेन कर रहे हैं। मित्र के तहत किसानों को वित्तीय सेवाएँउपलब्ध कराई जा रही हैं।
पूर्ति और नपंता प्लेटफ़ॉर्म
जरूरतमंद किसानों को कृषि गोल्ड ऋण दिया जा रहा है। यह बहुत ही लोकप्रिय उत्पाद है। बैंक ने किसानों को पूर्ति और नपंता प्लेटफ़ॉर्म भी उपलब्ध कराया है, जिसके तहत किसान बीज, उर्वरक, कृषि उत्पाद आदि सस्ती दरों पर खरीद रहे हैं। इससे जुड़े किसान इनकी खरीददारी के लिये बैंक से ऋण भी ले सकते हैं। यह प्लेटफ़ॉर्म रियल टाइम बेसिस पर किसानों को बाजार में चल रहे फसलों के भाव, फसल प्रबंधन, फसल बीमा, कृषि तकनीकी समस्याओं का समाधान, कोल्ड स्टोरेज आदि की जानकारियां भी उपलब्ध करा रहा है।
कृषि उपकरण खरीदने के लिये उपयोग
योनो पम्पकार्ट, एग्रोस्टार और स्कामेटवेदर प्लेटफ़ॉर्म भी उपलब्ध कराता है। किसान कृषि उपकरण खरीदने के लिये इस प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग कर रहे हैं। एग्रोस्टार भारत का पहला तकनीकी स्टार्टअप है। यह प्लेटफ़ॉर्म किसानों की कृषि से जुडी समस्याओं का समाधान पेश करता है। इस प्लेटफ़ॉर्म पर मिस्डकाल या ऐप के जरिये किसान अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं, जबकि स्कामेटवेदर प्लेटफ़ॉर्म किसानों को मौसम संबंधी जानकारी उपलब्ध कराता है।
(लेखक भारतीय स्टेट बैंक के कॉरपोरेट केंद्र, मुंबई के आर्थिक अनुसंधान विभाग में मुख्य प्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं और आर्थिक एवं बैंकिंग विषयों पर केंद्रित पत्रिका “आर्थिक दर्पण”के संपादक हैं)