अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने को ‘सही कदम’ बताया।

राष्ट्रपति पद की दौड़ से पीछे हट चुके अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि वो जल्द मैदान में उतरने वाले है। बाइडेन कमला हैरिस के साथ चुनाव प्रचार करते नजर आएंगे।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नवंबर में प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से पीछे हटने के अपने फैसले को ‘सही कदम’ करार दिया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के चलते वह अभी लोगों के बीच नहीं जा पा रहे हैं, लेकिन वह जल्द ही उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ चुनाव प्रचार करते नजर आएंगे।

81 वर्षीय बाइडेन ने पिछले रविवार को राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने की अचानक घोषणा कर सबको चौंका दिया था। उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए भारतीय-अफ्रीकी मूल की 59 वर्षीय कमला हैरिस के नाम की सिफारिश की थी।

उम्मीदवार बदला, मिशन वही

बाइडेन ने अपनी पूर्व प्रचार टीम को फोन पर संबोधित करते हुए इसके सदस्यों से उपराष्ट्रपति कमला को ‘दिल से अपनाने’ का आग्रह किया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि अभियान टीम का नाम बदलकर भले ही ‘हैरिस कैंपेन’ कर दिया गया है, लेकिन इसका मिशन वही है- डोनाल्ड ट्रंप को हराना।

बाइडेन जून में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के साथ बहस में खराब प्रदर्शन के बाद से ही राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने के दबाव का सामना कर रहे थे। उनकी सेहत को लेकर जारी अटकलों के कारण भी डेमोक्रेटिक पार्टी में उनकी जगह किसी और को राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी सौंपने की मांग जोर पकड़ने लगी थी।

कमला को दिल से अपनाने की अपील

राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपनी पूर्व प्रचार टीम से कहा, “अगर मुझे कोविड नहीं हुआ होता, तो मैं वहां आपके साथ बैठा होता, आपके साथ खड़ा होता। कोविड अगले तीन-चार दिन तक मुझे लोगों से दूर रखेगा, लेकिन मैं जल्द मैदान में उतरने वाला हूं, मैं कहीं नहीं जा रहा हूं।”

बाइडेन ने कहा, “कोविड ने मुझे अभी कुछ दूर रखा है, लेकिन मैं चाहता हूं कि लोग याद रखें कि हमने जो किया है, वह अविश्वसनीय है और हम आगे भी बहुत कुछ करने जा रहे हैं।” उन्होंने अपनी पूर्व प्रचार टीम से कमला को दिल से अपनाने, एकजुट होकर काम करने और ट्रंप को हराने का आग्रह किया।

मैं उम्मीद करता हूं…

अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, “हमें अभी भी लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है। ट्रंप अभी भी समुदाय के लिए खतरा हैं। वह देश के लिए खतरा हैं। मेरे विदेश नीति सहयोगियों, मेरे समकक्षों और देश-दुनिया के लोगों से पूछें। मैं उम्मीद करता हूं कि मेरी तरह कमला का भी पूरे दिल और आत्मा से सहयोग करेंगे।”