सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अडानी-हिंडनबर्ग मामले की एसआईटी या सीबीआई से जांच कराने की मांग खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि सेबी की जांच को लेकर संदेह का कोई कारण नहीं है। कोर्ट नियामक संस्था सेबी के कामकाज में दखल नहीं दे सकता। तीन जजों की बेंच ने अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों से जुड़े मामले में फैसला सुनाया है। बता दें कि अदालत ने सेबी को 22 मामलों की जांच सौंपी थी जिसमें दो की जांच बाकी है। न्यायालय ने सेबी को तीन महीने में लंबित जांच पूरी करने का निर्देश दिया है।
क्या कहा सुप्रीम कोर्ट ने ?
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले में किसी तीसरे पक्ष की जांच को सत्यापित किए बिना उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। केंद्र सरकार भारतीय निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए कोर्ट की ओर से गठित कमेटी के सुझावों पर विचार करे। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और सेबी से कहा कि दोनों हिंडनबर्ग रिपोर्ट में शॉर्ट सेलिंग के आरोपों की जांच कर यह पता लगाएं कि किसी कानून का उल्लंघन तो नहीं हुआ।
देश की सबसे बड़ी अदालत ने साफ किया है प्रेस की खोजी खबरों या किसी संगठन की रिपोर्ट को सेबी के लिए भरोसेमंद साक्ष्य के रूप में नहीं माना जा सकता । कोर्ट ने यह भी कहा कि जनहित याचिका का उद्भव आम नागरिकों की समस्याओं के लिए किया गया था लेकिन गैरभरोसेमंद खबर को आधार नहीं बनाया जाना चाहिए। कोर्ट ने 24 नवंबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था। आज फैसला सुनाने वाली बेंच में चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के अलावा जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा शामिल रहे।
Adani Group Chairperson Gautam Adani tweets “The Supreme Court’s judgement shows that: Truth has prevailed. I am grateful to those who stood by us. Our humble contribution to India’s growth story will continue.” https://t.co/7HzkOjvuXI pic.twitter.com/Ibmc8eHwuh
— ANI (@ANI) January 3, 2024
गौतम अडानी बोले- सत्य की हुई जीत
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अदाणी समूह के चेयरमपर्सन गौतम अदाणी ने ट्वीट किया, “सुप्रीम कोर्ट का फैसला दिखाता है कि: सच्चाई की जीत हुई है। मैं उन लोगों का आभारी हूं जो हमारे साथ खड़े रहे। भारत की विकास गाथा में हमारा विनम्र योगदान जारी रहेगा।”
अडानी के शेयरों में तेजी
सुप्रीम कोर्ट से अनुकूल फैसला आने की उम्मीद में अडानी ग्रुप के शेयरों में बुधवार को बंपर तेजी देखी जा रही है। ग्रुप के सभी शेयर हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं। शुरुआती कारोबार में बीएसई पर अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर 9.82 फीसदी चढ़कर 1,165 रुपये पर पहुंच गए थे। अडानी टोटल गैस के शेयर 8.33 प्रतिशत बढ़कर 1,083.95 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 7% चढ़कर 3138.15 4.15 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। वहीं, अडानी पावर के शेयरों में 5 प्रतिशत का अपर सर्किट लग गया और यह 544.65 रुपये पर पहुंच गया। अडानी ग्रीन एनर्जी 4.72 प्रतिशत बढ़कर 1,678.25 रुपये पर, अडानी पोर्ट्स 1.8 प्रतिशत बढ़कर 1,098 रुपये पर पहुंच गए थे। अडानी विल्मर के शेयरों में 6.89 प्रतिशत की तेजी देखी गई और यह बढ़कर 391.75 रुपये पर पहुंच गया। समूह के अन्य शेयरों में एनडीटीवी के शेयर 8.08 फीसदी चढ़कर 293.60 रुपये पर, अंबुजा सीमेंट्स के शेयर 1.52 प्रतिशत बढ़कर 538.65 रुपये पर और एसीसी के शेयर 1.1 फीसदी बढ़कर 2,290.80 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे।
दूसरे दिन भी जारी ड्राइवरों की हड़ताल, पेट्रोल-डीजल के लिए मचा हाहाकार
यह है पूरा मामला
साल 2023 के जनवरी महीने में अमेरिका के शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने गौतम अडानी समूह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। हिंडनबर्ग ने आरोप लगाए थे कि शेल कंपनियों के जरिए अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में हेरफेर किए गए। हिंडनबर्ग के मुताबिक समूह के शेयर 85 फीसदी तक ओवरवैल्युड थे। समूह के कर्ज, मैनेजमेंट समेत कई अन्य मुद्दों पर सवाल खड़े किए थे। हालांकि समूह ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया लेकिन उसकी कंपनियों के शेयरों के भाव में भारी गिरावट आ गई थी। वहीं, गौतम अडानी की निजी दौलत में भी बड़ी गिरावट आई। इसका असर शेयर बाजार पर पड़ा और निवेशकों को भारी नुकसान हो गया। इसी के बाद सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गईं। कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद सेबी को जांच के आदेश दिए। इसके अलावा शीर्ष अदालत की तरफ से गठित विशेषज्ञ समिति गठित की गई। इस समिति ने मई में एक अंतरिम रिपोर्ट में कहा था कि उसने उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनियों में हेराफेरी का कोई स्पष्ट सबूत नहीं देखा और इसमें किसी भी तरह की नियामकीय नाकामी नहीं हुई थी।(एएमएपी)