समुद्र में उठीं 7.5 मीटर ऊंची लहरें।
तूफान के बाद बिजली आपूर्ति की बहाली के लिए 597 कर्मचारियों की टीमें तैयार हैं। सभी सब-स्टेशनों पर तार व खंभे उपलब्ध करा दिए गए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली बहाली प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अन्य जिलों से टीमों को जुटाया गया है। तटीय क्षेत्रों में चक्रवात से प्रभावित जिलों में सरकारी स्कूलों और कार्यालयों में आश्रय गृह स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा एहतियात के तौर पर चक्रवात की आशंका वाले जिलों में चार हजार से अधिक होर्डिंग हटा दिए गए हैं।
चक्रवात के तट पर टकराने से पहले करीब एक लाख लोगों को सुरक्षित शरणस्थलों तक पहुंचा दिया गया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के अनुसार शुक्रवार सुबह तक बिपरजॉय चक्रवातीय आंधी और शाम तक सामान्य आंधी-तूफान में बदल सकता है।
आठ तटीय जिलों से लोगों को सुरक्षित निकाला

तूफान से सर्वाधिक प्रभावित गुजरात के 8 तटीय जिलों से लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया। इनमें सबसे ज्यादा 46,800 लोग कच्छ के हैं। इसके बाद 10,749 देवभूमि द्वारका, 9,942 जामनगर, 9,243 मोरबी, 6,822 राजकोट, 4,864 जूनागढ़, 4,379 पोरबंदर और 1,605 लोग गिर सोमनाथ जिले के हैं। कुल विस्थापितों में 8,900 बच्चे, 1,131 गर्भवती महिलाएं व 4,697 बुजुर्ग हैं।
तूफान से रेल सेवा प्रभावित
पश्चिम रेलवे ने तूफान प्रभावित क्षेत्रों में एहतियात के तौर पर कई ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। एक बयान में पश्चिम रेलवे ने बताया कि कुल मिलाकर 99 ट्रेनें 18 जून तक रद्द कर दी गई हैं। बुधवार को एहतियात के तौर पर 76 ट्रेनें रद्द की गईं थीं। ये ट्रेनें बिपरजॉय प्रभावित क्षेत्रों से आरंभ या समाप्त होती हैं। 39 ट्रेनें अपने निर्धारित स्टेशन से पहले ही रोक दी गईं।
मीडिया को सलाह, बचकर रहें
सरकार ने बिपरजॉय की कवरेज के लिए भेजे गए मीडियाकर्मियों और संस्थानों को निर्देश जारी किया है कि वे सतर्कता के साथ कवरेज करें और किसी भी स्थिति में जोखिम वाली जगहों पर नहीं जाएं। केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय की तरफ से जारी निर्देशों में खासतौर पर टीवी चैनलों से कहा गया है कि ग्राउंड रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों को जोखिम नहीं लेने के लिए कहें, क्योंकि स्थिति कभी भी जानलेवा हो सकती है।
67,000 लोगों को पाकिस्तान के सिंध में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
बिपरजॉय तूफान से निपटने के लिए पाकिस्तान के सिंध प्रांत के तटीय इलाकों में रहने वाले 67,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सिंध के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि थट्टा, सुजावल और बादिन जिले तूफान की जद में हैं। तूफान के संभावित तीव्र पभाव वाले क्षेत्रों से 67,367 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर बनाए गए 39 राहत कैंपों में भेजा गया है। इसके अलावा तटीय इलाकों व समुद्री क्षेत्रों में सभी व्यापारिक गतिविधियों व जहाजों के संचालन को भी रोक दिया गया है।(एएमएपी)



