सूत्रों के अनुसार, बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते एक माह में हम सरकार के काम को लेकर जनता के पास पहुंचे हैं। जनता हमारे काम को सराह रही है। अब चुनाव को नौ माह बाकी हैं। हमें नौ साल के काम को नौ माह में हर व्यक्ति तक पहुंचाना है। जिन मंत्रालयों को अपने भावी काम के लिए विधेयक लाने हैं, उनको भी अगले सत्र में लेकर आएं। संकेत मिले हैं कि मानसून सत्र पुराने संसद भवन में ही हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे पास भविष्य के लिए स्पष्ट व बेहतर रोडमैप है। इसे जनता को बताने के लिए और इस पर काम करने के लिए भी समय है। नए आइडिया के साथ ठोस तरीके से काम करें। बैठक में ढांचागत विकास समेत तमाम मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
विदेश सचिव ने अपने प्रस्तुतीकरण में प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं से देश के मिले लाभ का भी ब्योरा रखा। रक्षा, रेल व सड़क परिवहन मंत्रालय के सचिवों ने भी प्रस्तुतीकरण दिया। वित्त सचिव ने अपने प्रस्तुतीकरण में बताया कि भारत किस तरह से 2047 में प्रमुख आर्थिक शक्ति बनकर उभरेगा।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में मोदी ने कहा कि आप लोग 2024 की तरफ नहीं देखें, 2047 को देखते हुए काम कीजिए। अगले 25 साल में सब कुछ बदल जाएगा। शिक्षित लोगों की नई फौज तैयार हो जाएगी। भारत हर क्षेत्र में तकनीक से लैस होगा। उन्होंने सभी मंत्रियों से कहा कि वह अपने-अपने मंत्रालयों का जमकर प्रचार करें और मंत्रालयों की 12 बड़ी उपलब्धियों और योजनाओं का कैलेंडर तैयार करें। इस साल केंद्रीय मंत्रिपरिषद की यह दूसरी बैठक है। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसी ही एक बैठक जनवरी में आम बजट पेश होने से पहले की थी।(एएमएपी)



