पहलवानों और भारतीय कुश्ती महासंघ व इसके चीफ बृजभूषण शरण सिंह के बीच जनवरी 2023 से रार जारी है। इसके बाद बीते अप्रैल में पहलवान खुलकर डब्‍ल्‍यूएफआई चीफ के विरोध में आ गए और यौन शोषण का आरोप लगाया था। दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के दखल पर बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और अन्य संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। उधर पहलवानों का फैसला है कि जिस दिन नई संसद का उद्घाटन होगा, पहलवान उसी दिन संसद के बाहर महिला महापंचायत आयोजित करेंगे। इस बारे में महम में आयोजित खाप पंचायत में ये फैसला लिया गया है। दूसरी ओर, डब्‍ल्‍यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष ने नार्को टेस्ट को लेकर प्रतिक्रिया दी है।

बृजभूषण ने फेसबुक पोस्ट पर की ये मांग

विवाद के बीच डब्‍ल्‍यूएफआई के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। बृजभूषण शरण सिंह ने अपने फेसबुक अकाउंट पर कहा कि ‘मैं अपना नार्को टेस्ट, पॉलिग्राफी टेस्ट या लाइ डिटेक्टर करवाने के लिये तैयार हूं, लेकिन मेरी शर्त है मेरे साथ विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया का भी ये टेस्ट होने चाहिए। अगर दोनों पहलवान अपना  टेस्ट करवाने के लिये तैयार हैं तो प्रेस बुलाकर घोषणा करें और मैं उनको वचन देता हूं कि मैं भी इसके लिये तैयार हूं। मैं आज भी अपनी बात पर कायम हूं और हमेशा कायम रहने का देशवासियों को वादा करता हूं। रघुकुल रीती सदा चली आयी, प्राण जाये पर वचन न जाई।।। जयश्रीराम।’

अपनी बात पर आज भी हूं कायम- बृजभूषण शरण सिंह

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह ने इसके पहले भी अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया था। लखनऊ में बोलते हुए बृजभूषण सिंह ने कहा था कि अगर आरोप साबित होते हैं तो मैं फांसी पर लटक जाऊंगा। हम दिल्ली से लेकर हरियाणा तक घिरने वाले नहीं हैं। जो भी लोग साजिश कर रहे हैं, मुंह के बल गिर चुके हैं। उन्होंने कहा कि सारे आरोप ‘गुड टच और बैड टच’ के हैं और सारे आरोप किसी बंद कमरे के नहीं बल्कि एक बड़े हॉल के अंदर टच करने के हैं। चीजे कोर्ट में हैं और विचाराधीन हैं, इसलिए मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा। जो भी आरोप लगे हैं, वो कहां हुए, क्या हुआ, कैसे हुआ और कब हुआ, इनमें एक भी प्रकरण मेरे ऊपर साबित हो जाएगा तो बिना कहे फांसी पर लटक जाऊंगा। मैं अपनी बात पर आज भी कायम हूं।

धरने को खाप पंचायत का मिला है समर्थन

दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के दखल पर बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और अन्य संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों के धारा 164 के तहत बयान दर्ज किए जा चुके हैं। बृजभूषण से भी दिल्ली पुलिस ने पूछताछ की थी। पहलवान बृजभूषण को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। पहलवानों के धरने को किसानों और खाप का भी समर्थन मिला हुआ है। इसी के तहत रविवार को हरियाणा के महम में एक खाप पंचायत आयोजित की गई।

23 मई को पहलवान निकालेंगे कैंडल मार्च

पंचायत में फैसला लिया गया है कि, पहलवान 28 मई को नई संसद के बाहर महिला महापंचायत आयोजित करेंगे। पंचायत के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि जंतर-मंतर पर बृजभूषण सरन सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ पहलवानों के मौजूदा धरने के 1 महीने के अवसर पर 23 मई को इंडिया गेट तक कैंडल मार्च निकाला जाए। असल में आने वाली 23 मई पहलवानों के धरने को 1 महीने पूरे हो जाएंगे।

इससे पहले, दिल्ली के जंतर-मंतर पर 7 मई को भी खाप पंचायत हुई थी जिसमें सरकार को बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया था। खाप पंचायत में सरकार को 21 मई तक पहलवानों के मुद्दे पर एक्शन लेने का अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि कोई कार्रवाई नहीं हुई तो इसके बाद बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

विनेश बोलीं- हमारे बुजुर्ग लेंगे निर्णय

पहलवान विनेश फोगाट ने कहा है कि हमारे धरने के समर्थन में जितने लोग आ रहे हैं, सभी खाप पंचायत में जाएंगे। उन्होंने आगे की रणनीति को लेकर साफ कहा कि हमारे बड़े-बुजुर्ग निर्णय लेंगे जो बहुत बड़ा हो सकता है। विनेश ने कहा कि हम खिलाड़ियों का तो नुकसान हो ही रहा है, खाप में बड़ा निर्णय हुआ तो किसान आंदोलन की ही तरह देश का नुकसान हो सकता है। इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकालेंगे पहलवान पहलवान 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं।

पॉक्सो में दर्ज मामला, गिरफ्तारी अब तक नहीं

23 मई को धरने के एक महीने पूरे होने पर पहलवानों ने इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकालने का ऐलान किया है। बजरंग पूनिया ने आम नागरिकों से भी शांतिपूर्ण तरीके से निकाले जाने वाले कैंडल मार्च में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा कि शायद ये देश का पहला ऐसा मामला होगा जिसमें पॉक्सो के तहत केस दर्ज होने के बावजूद गिरफ्तारी नहीं हो पा रही।

18 जनवरी 2023 को सामने आया था विवाद

18 जनवरी 2023 को कुश्ती महासंघ और पहलवानों का ये विवाद सामने आया था। जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत कई दिग्गज पहलवान इकट्ठा हुए थे। उस दिन शाम 4 बजे कुश्ती खिलाड़ियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। ब्रजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने यौन शोषण, तानाशाही-मनमानी, अपशब्दों का प्रयोग, मानसिक प्रताड़ना और आवाज उठाने पर धमकाने का आरोप लगाया है।

कुश्ती महासंघ पर कई तरह की अनियमितता के भी आरोप

खिलाड़ियों ने आरोप लगाया है कि कुश्ती संघ में ऐसे लोग हैं, जिन्हें इस खेल के बारे में नहीं पता है। कुश्ती संघ अध्यक्ष पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप भी है। खिलाड़ियों का आरोप है कि जब भी ट्रायल्स का आयोजन होता है, तो उसका दिन और समय अक्सर उनके हिसाब से तय होता है। नेशनल चैंपियनशिप बुनियादी सुविधाओं की कमी होती है। बृज भूषण शरण सिंह ने एक जूनियर पहलवान को सबके सामने थप्पड़ मार दिया था। टरनेशनल टूर्नामेंट के लिए विदेश जाना हो, तो अंतिम समय तक टिकट और वीज़ा के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी खिलाड़ियों को नहीं दी जाती है।

आरोपों को नकारते रहे हैं ब्रजभूषण सिंह

पहलवानों के इन आरोपों को ब्रजभूषण सिंह नकारते रहे हैं। उन्होंने जनवरी 2023 में कहा था कि, उनके खिलाफ प्लानिंग करके आरोप लगाए गए हैं। इस दौरान ब्रजभूषण ने एक और बात का इशारा किया था। उन्होंने कहा था कि ‘एक भी खिलाड़ी ओलंपिक के बाद नेशनल नहीं लड़ा, ट्रायल के बाद भी फेवर चाहते हैं, ये चाहते हैं इनकी एक कुश्ती हो जाए, वजन तोड़ना पड़ता है। किसी विशेष के लिए कोई नियम नहीं होगा। मैं जांच के लिए तैयार हूं।(एएमएपी)