चीन की तरह अमेरिका और ब्रिटेनवासी भी कोरोना महामारी झेल रहे हैं। ब्रिटेन में कोरोना की पांचवी लहर आ चुकी है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट है कि पिछले हफ्ते देश में कोरोना के ढाई लाख नये केस दर्ज हुए। कोरोना ही नहीं कई अन्य घातक बीमारियां भी ब्रिटेन में कहर बरपा रही हैं। ब्रिटेन में फ्लू और स्कार्लेट फीवर के केस काफी बढ़ गए हैं। खासकर क्रिसमस के बाद खुले स्कूल ब्रिटेन सरकार के लिए चिंता का कारण है। यूके हेल्थ सिक्योरिटी ने पैरेंट्स को स्कूल एडवाइजरी जारी की। चेतावनी की गंभीरता पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों से पता चलती है कि ब्रिटेन में कम से कम 30 बच्चों की स्कार्लेट फीवर से मौत हो चुकी है।

ब्रिटेन में स्वास्थ्य एजेंसी ने पैरेंट्स को चेतावनी दी है कि वह अपने बच्चों का खास ख्याल रखे, अगर तबीयत ठीक नहीं है तो अपने बच्चे को घर पर ही रखें।  यह चेतावनी पिछले सप्ताह जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि ब्रिटेन में कम से कम 30 बच्चों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य एजेंसी ने मौत के पीछे की वजह स्कार्लेट फीवर बताई है।

यूकेएचएसए के मुख्य चिकित्सा सलाहकार सुसान हॉपकिंस ने कहा कि अगर बच्चे अस्वस्थ हैं और उन्हें बुखार है तो उन्हें स्कूल से घर पर ही रहना चाहिए। “जितना संभव हो सके स्कूलों में संक्रमण के प्रसार को कम किया जाए। यदि आपका बच्चा अस्वस्थ है और उसे बुखार है, तो उसे स्कूल या नर्सरी के बजाय घर पर रहना चाहिए जब तक कि वह बेहतर महसूस न करे और बुखार ठीक न हो जाए।”

वयस्कों को भी एजवाइजरी जारी

हॉपकिंस ने कहा, “पैरेंट्स को अपने बच्चों को स्वच्छता के महत्व के बारे में बताना महत्वपूर्ण है। इसलिए घर पर साबुन और गर्म पानी से नियमित रूप से हाथ धोने का अभ्यास करें। खांसी और छींक को टिश्यू में पोंछना और फिर उन्हें डस्टबिन में उसे डाल देना जरूरी है। ऐसा करके हम इस संक्रमण बीमारी को फैलने से रोक सकते हैं।” इसके अलावा वयस्कों को भी अस्वस्थ होने पर घर में रहने की कोशिश करनी चाहिए और अगर आपको बाहर जाना ही है, तो फेस कवर पहनें। कमजोर एम्युनिटी वाले लोगों से न मिलें। डॉ. हॉपकिंस ने यह भी कहा कि छोटे बच्चों को फ्लू का टीका जरूर लगवाएं। (एएमएपी)