केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद के खिलाफ एसएफआई के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। ऐसे में वह वाहन से निकले और सड़क किनारे ही धरने पर बैठ गए। केंद्र ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है।

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान  का रास्ता रोकने और उनके खिलाफ एसएफआई के प्रदर्शन के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी देने का आदेश दिया है। शनिवार को कोल्लम जिले के निलमेल में स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के लोग आरिफ मोहम्मद खान को काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद राज्यपाल भी अपने वाहन से बाहर आए और एक दुकान से कुर्सी मंगवाकर सड़क किनारे ही धरने पर बैठ गए। वह मांग कर रहे थे कि पुलिस इन प्रदर्शनकारियों को तत्काल गिरफ्तार करे। आरिफ मोदम्मद खान ने कहा, पुलिस भी इन उपद्रवियों को बचा रही है। जब तक उनको गिरफ्तार नहीं किया जाता, मैं यहां से नहीं हिलूंगा। वहीं धरने पर बैठने के बाद राज्यपाल ने कहा कि मेरी बात अमित शाह या प्राइम मिनिस्टर से करवाओ।

अब केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर सीआरपीएफ के जवान उन्हें Z+ सिक्योरिटी देंगे। सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि राज्यपाल एमसी रोड पर अपने वाहन से बाहर आते हैं और एक दुकान से कुर्सी मंगवाते हैं। इसके बाद वह उसी पर  बैठ जाते हैं। इसके बाद पुलिस के अधिकारी उनसे बात करने आते हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार राज्य में कानून का राज खत्म करना चाहती है। केरल की सरकार पुलिस को निर्देश देती है कि इन उपद्रवियों की मदद की जाए। यहां तक कि एसएफआई के अध्यक्ष के भी मामले कोर्ट में लंबित हैं।

राज्यपाल ने पुलिस पर लगाए आरोप

शनिवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान एक कार्यक्रम में शामिल होने कोट्टरकारा जा रहे थे। जब उनका काफिला कोल्लम के निलामेल से गुजर रहा था, तभी सीपीआईएम की छात्र शाखा एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने उन्हें विरोध स्वरूप काले झंडे दिखाए। इससे राज्यपाल इस कदर नाराज हो गए कि तुरंत गाड़ी से निकले और सड़क किनारे ही धरने पर बैठ गए। राज्यपाल ने सड़क किनारे स्थित एक दुकानदार से कुर्सी मांगी और वहीं पर धरने पर बैठ गए। राज्यपाल का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह पुलिस अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर करते नजर आ रहे हैं। राज्यपाल ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा एसएफआई कार्यकर्ताओं को संरक्षण दिया जा रहा है और पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही। राज्यपाल के धरने पर बैठने से वहां हंगामे की स्थिति बन गई।

राज्यपाल ने सीएम पर लगाए आरोप

राज्यपाल ने सीएम पिनरई विजयन पर राज्य में अराजकता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। करीब दो घंटे तक राज्यपाल धरने पर बैठे रहे और तभी वहां से रवाना हुए, जब पुलिस ने उन्हें 17 एसएफआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज एफआईआर की कॉपी दिखाई। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए राज्यपाल ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला।

राज्यपाल ने सीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि वही इन कानून तोड़ने वालों को बचा रहे हैं और पुलिस को इनके खिलाफ कार्रवाई करने से रोक रहे हैं। एसएफआई के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ कई कानूनी मामले कोर्ट में लंबित हैं। राज्यपाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब सीएम का काफिला गुजरता है तो क्या तब भी पुलिस प्रदर्शनकारियों को सड़क किनारे खड़े रहने की इजाजत देती है? राज्यपाल ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों ने उनकी कार पर हमले की कोशिश की।

धरने पर बैठे राज्‍यपाल आरिफ मोहम्मद खान

ये घटना उस वक्त हुई जब वो एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे। इसके बाद गवर्नर ने एसएफआई प्रदर्शनकारियों को देखकर अपनी गाड़ी रोकने का आदेश दिया। इसके बाद वो अपनी अपनी गाड़ी से बाहर निकले और छात्रों से गुस्से में कहा, “आओ..” गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर राज्य में अराजकता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की।

वो इस बात से नाराज थे कि उनके काफिले के गुजरने से पहले पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे एसएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार क्यों नहीं किया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि अगर मुख्यमंत्री के गुजरने के दौरान ऐसी कोई हरकत होती तो पुलिस प्रदर्शनकारियों को तुरंत गिरफ्तार कर लेती।

आरिफ मोहम्मद खान ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया कि जब तक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में नहीं लिया जाता, वह नहीं हटेंगे। पिछले कुछ समय से, केरल के राज्यपाल एसएफआई के खिलाफ रहे हैं, जैसा कि हाल ही में कोझिकोड और उससे पहले राज्य की राजधानी में देखा गया था।

पुलिस ने दिखाई एफआईआर तब माने राज्यपाल

गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान करीब दो घंटे तक धरने पर बैठे रहे। जब पुलिस ने उन्हें एफआईआर की कॉपी दिखाई तब वह वहां से जाने को तैयार हुए। पुलिस ने बताया कि 17 एसएफआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वहां प्रदर्शनकारी ‘संघी चांसलर गो बैक’ के नारे लगा रहे थे।

कई मुद्दों पर आमने-सामने हैं सरकार और राज्यपाल

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और केरल की सीपीआईएम सरकार कई मुद्दों पर आमने-सामने है। राज्य के विश्वविद्यालयों के कामकाज और कई विधेयकों पर राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षर नहीं करने का मामला चल रहा है, जिनके चलते कई बार सीपीआईएम की छात्र शाखा एसएफआई के कार्यकर्ता राज्यपाल को काले झंडे दिखा चुके हैं। बीते गुरुवार को केरल विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत में भी राज्यपाल ने महज कुछ मिनटों में ही अपना अभिभाषण समाप्त कर दिया था और अभिभाषण का सिर्फ आखिरी पैरा पढ़कर विधानसभा से चले गए थे। इसे लेकर भी सरकार और विपक्ष ने राज्यपाल की आलोचना की थी।(एएमएपी)