किसान 26 फरवरी को राजमार्गों पर निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च, 14 मार्च को करेंगे महापंचायत
किसान आंदोलन को दस दिन बीत चुके हैं लेकिन केन्द्र और किसानों के बीच अब तक सहमति नहीं बन पाई है। इस बीच केंद्र सरकार ने किसानों को फिर से बातचीत के लिए बुलाया है और शांति की अपील की है। वहीं, दिल्ली कूच न कर पाने से चिंतित जरूर हैं, लेकिन उनके जोश में कमी नहीं है। शंभू सीमा से करीब 25 प्रतिशत लोग व ट्रैक्टर-ट्रालियां कम हो गई हैं। वहीं किसान नेताओं का कहना है कि खनौरी सीमा पर ज्यादा नुकसान होने की वजह से बड़ी संख्या में लोग व वाहन उस तरफ चले गए हैं।मंच पर किसान लगातार अपनी बात रखकर किसानों में जोश भरने का काम करते नजर आए। सुनने वालों की भीड़ में भी कमी नजर आई। किसानों का दिल्ली कूच 13 फरवरी को शुरू हुआ था तभी से किसान पंजाब-हरियाणा सीमा पर जमे हुए हैं। किसान नेता केंद्र सरकार के मंत्रियों से चौथे दौर की बातचीत को भी नामंजूर कर चुके हैं। अब केंद्र की ओर से पांचवें दौर की बातचीत के लिए आमंत्रित कर शांति की अपील की गई है। शुक्रवार को किसान संगठनों की मीटिंग के बाद ही किसान नेता अपने पत्ते खोलेंगे। तब तक उनमें मंच से जोश भरा जा रहा है।
जगह-जगह चल रहे लंगर
शंभू बॉर्डर पर जगह-जगह लंगर चल रहे हैं। किसानों के उपचार के लिए बनाए गए अस्थायी क्लीनिक भी अपना कार्य कर रहे हैं। एक किसान ने बताया कि नौजवानों में जो जोश है वह किसी से छिपा नहीं है, लेकिन बातचीत ही समस्या का समाधान है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कूच न कर पाने का मलाल जरूर है, लेकिन जोश में कोई कमी नहीं है। किसान अपनी फसल व नस्ल की रखवाली के लिए हर वक्त तैयार है।
VIDEO | “Paramilitary forces and Haryana Police forces crossed the (state) border and attacked the farmers’ camp in Punjab. Our six people are missing after the action. Punjab government should give the answers,” says a farmer leader while addressing a press conference at Shambhu… pic.twitter.com/DF6f5HohLX
— Press Trust of India (@PTI_News) February 22, 2024
ब्लैक फ्राइडे मना रहे किसान
पंजाब एवं हरियाणा की सीमा पर डटे किसानों में से एक शख्स की गुरुवार रात को मौत हो गई। मृतक दर्शन सिंह पंजाब के बठिंडा जिले के अमरगढ़ गांव के रहने वाले थे। 62 साल के दर्शन सिंह की मौत की वजह अभी पता नहीं चल सकी है। इससे पहले किसान आंदोलनकारी शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी। जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि उनकी मौत सिर पर आंसू गैस का गोला लगने से हुई है। हालांकि अब तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। बता दें कि शुभकरण सिंह की मौत के विरोध में ही शुक्रवार को किसान संगठन ब्लैक फ्राइडे भी मना रहे हैं।
दिल्ली कूच को दो दिनों के लिए स्थगित
वहीं, बार्डर पर प्रदर्शनकारी किसान संगठन एसकेएम-गैर राजनीतिक ने दिल्ली कूच को दो दिनों के लिए स्थगित कर दिया है। शुक्रवार को संगठन अपनी रणनीति का खुलासा करेगा। एसकेएम ने प्रदर्शनकारी युवा किसान की मौत को लेकर बृहस्पतिवार को प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की मांग की है। वहीं, पंजाब सरकार ने किसान आंदोलन में मारे शुभकरण सिंह के परिवार को 1 करोड़ रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। इसके अलावा शुभकरण सिंह की बहन को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।
Following the death of a young farmer during clashes with security forces at Punjab & Haryana border, #Farmers have intensified their protest, with SKM joining the agitation by observing ‘Black Friday’ today. https://t.co/FQgedNcasA@ShwKothari @krishnaksays #FarmersProtests pic.twitter.com/5S5vQfqi4Q
— News9 (@News9Tweets) February 23, 2024
सरकारी आदेश के बाद एक्स कुछ अकाउंट को निलंबित करने को तैयार
भारत सरकार ने हाल ही में एक्स से कुछ अकाउंट को ब्लॉक करने के आदेश दिए थे। इन अकाउंट के माध्यम से किसान आंदोलन के समर्थन में मुहिम चलाई जा रही थी। एक्स ने कहा है कि भारत सरकार ने कार्यकारी आदेश जारी किए हैं, जिसमें कुछ एक्स अकाउंट खातों और पोस्टों पर कार्रवाई करने की बात कही गई है। इन अकाउंट पर जुर्माना और जेल की सजा भी जैसी कार्रवाई करने की बात कही गई है। आदेशों के अनुपालन में, हम इन खातों और पोस्टों को केवल भारत में ही रोक देंगे। हालांकि, हम इन कार्रवाइयों से असहमत हैं और मानते हैं कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता होनी चाहिए। हमने अपनी नीतियों के अनुसार प्रभावित उपयोगकर्ताओं को इन कार्रवाइयों की सूचना भी प्रदान की है।
14 मार्च को दिल्ली में महापंचायत
एसकेएम दिल्ली चलो मार्च का हिस्सा नहीं है लेकिन वह इसका समर्थन कर रहा है। उसने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 2020-21 में किसान आंदोलन की अगुवाई थी। चंडीगढ़ में एक बैठक के बाद एसकेएम ने कहा कि किसान 26 फरवरी को राजमार्गों पर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे और 14 मार्च को दिल्ली में महापंचायत करेंगे। इस दौरान किसान पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए गृह मंत्री अमित शाह और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के पुतले फूंकेंगे। (एएमएपी)