प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए चंद्रयान मिशन की सफलता को लेकर देशवासियों को बधाई दी और इस मिशन में महिला वैज्ञानिकों के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि मन की बात के अगस्त के इस एपिसोड में आपका स्वागत है। मुझे याद नहीं कि ऐसा कभी हुआ हो कि सावन के महीने में दो-दो बार मन की बात कार्यक्रम हुआ हो। लेकिन इस बार ऐसा हो रहा है। चंद्रयान को चंद्रमा पर पहुंचे तीन दिन का समय हो रहा है। यह सफलता इतनी बड़ी है कि इसकी जितनी चर्चा की जाए कम है। प्रधानमंत्री मोदी का यह उनके रेडियो कार्यक्रम का 104वां एपिसोड है।प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर एक कविता सुनाई। जो इस तरह है…
‘आसमान में सिर उठाकर
घने बादलों को चीरकर
रोशनी का संकल्प लें
अभी तो सूरज उगा है।

दृढ़ निश्चय के साथ चलकर
हर मुश्किल को पार कर
घोर अंधेरे को मिटाने
अभी तो सूरज उगा है।’

भारत की जीत का प्रतीक बना चंद्रयान

पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान उस भारत का प्रतीक बन गया है जो कि हर हाल में जीतना चाहता है और जीतना जानता है। इस मिशन का एक पक्ष ऐसा भी रहा जिसकी विशेष तौर पर चर्चा करना चाहता हूं। इस बार मैंने लालकिले से कहा कि हमें राष्ट्रीय चरित्र को सशक्त करना है। जहां महिला शक्ति का सामर्थ्य जुड़ जाता है वहां असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। इस पूरे मिशन में अनेक महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर जुड़ी रहीं। इन्होंने प्रोजेक्ट डायरेक्टर, प्रोजेक्टक मैनेजर की जिम्मेदारी संभाली है। भारत की बेटियां अब अंतरक्षि को भी चुनौती दे रही हैं। किसी देश की बेटियां जब इतनी आकांक्षी हो जाएं तो उस देश को विकसित बनने से भला कौन रोक सकता है।

जी20 को भारत ने समावेशी बनाया

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमारी इतनी ऊंची उड़ान इसलिए है क्योंकि हमारे प्रयास बड़े हैं। इस मिशन में दुनिया के कई देशों का सहयोग मिला। मेरे परिवारजनों सितंबर का महीना भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है। अगले  महीने होने जा रही जी20 बैठक के लिए भारत तैयार है। जी20 इतिहास में यह सबसे बड़ी साझेदारी होगी। 40 देशों के राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली आ रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत ने जी20 को और ज्यादा समावेशी फोरम बनाया है। भारत के निमंत्रण पर ही अफ्रीकी देशों के राष्ट्राध्यक्ष इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे। जी20 की हमारी प्रेसिडेंसी पीपुल्स प्रेसिडेंसी है, जिसमें जनभावना की भावना सबसे आगे है। इसे लेकर देशभर में जो आयोजन हुए हैं, उनमें किसी न किसी तरह से देश के डेढ़ करोड़ लोग जुड़े हैं।

वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स की बात

पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात में हम अकसर युवा पीढ़ी के सामर्थ्य की चर्चा करते हैं। खेलकूद के क्षेत्र में युवा नाम रोशन कर रहे हैं। कुछ दिन पहले चीन में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम हुए थे। इस बार भारत की अबतक की सबसे अच्छी पर्फॉर्मेंस रही है। हमारे खिलाड़ियों ने 26 मेडल जीते जिनमें से 11 स्वर्ण पदक थे। 1959 के बाद से जितने बी वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम हुए हैं उनके सारे मेडल जोड़ दें तो 18 ही संख्या होती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कई खिलाड़ियों से बात भी की। उन्होंने कई खिलाड़ियों का नाम भी बताया।(एएमएपी)