इंटरनेट मीडिया पर सेंसरशिप कर उसके संबंध में बातचीत पर प्रतिबंध लगा दिया गया। यहां तक की कोई पत्रकार उससे संपर्क न कर सके इसके लिए घर के बाहर पहरा लगा दिया गया था। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वर्ष 2021 में गरीबी के खिलाफ लड़ाई में एक व्यापक जीत की घोषणा की थी। लेकिन, अब भी बहुत से लोग गरीब हैं या गरीबी रेखा के आसपास अपना जीवन बिताने को मजबूर हैं।
देश में आर्थिक रफ्तार धीमी होने के बाद से लोग भविष्य को लेकर चिंतित हैं। हालांकि, वहां गरीबी पर चर्चा करना एक वर्जित विषय बन गया है। इस वर्ष मार्च में चीन के साइबरस्पेश प्रशासन ने घोषणा की थी कि वह जानबूझकर उदासी और हानि पहुंचाने वाली जानकारी वाले वीडियो या पोस्ट शेयर करने वाले व्यक्ति पर कार्रवाई करेगा, जिससे पार्टी और सरकार की छवि को नुकसान पहुंचता हो। यह वृद्ध, दिव्यांग लोगों और बच्चों के उदास वीडियो पर प्रतिबंध लगाता है।
चीनी शब्द ”पिंकुन” या गरीबी खोजने पर शीर्ष समाचार में गरीबी अमेरिका में मृत्यु का चौथा प्रमुख कारण है जैसे सामाचार सामने आते ही चीन में गरीबी के कारणों की रिपोर्ट सामने आने लगती है।(एएमएपी)