रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा को चीनी मीडिया में किस तरह लिया जा रहा है यह जानना भी दिलचस्प हो। चूंकि चीन में सरकारी मीडिया ही प्रमुख है इसलिए उसमें कही गई बात वहाँ की सरकार का रुख समझी जाती है।  

चीन के आधिकारिक मीडिया ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की उस टिप्पणी को प्रमुखता से रेखांकित किया, जिसमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी मित्र बताया और इस बात पर जोर दिया कि मॉस्को को उनके द्विपक्षीय संबंधों में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।

रूस के करीबी सहयोगी चीन ने अभी तक पुतिन की भारत यात्रा पर आधिकारिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि वह इसके परिणाम पर कड़ी नजर रखे हुए है। चीन की आधिकारिक मीडिया ने पुतिन की भारत यात्रा को मोटे तौर पर नजरअंदाज किया गया है और उसका ध्यान फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की मौजूदा बीजिंग की यात्रा पर अधिक है।


हालांकि, सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने पुतिन की टिप्पणी पर एक रिपोर्ट छापी है, जिसमें उन्होंने बताया है कि वह भारत और चीन के साथ रूस के संबंधों को किस प्रकार देखते हैं। यह अखबार सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के आधिकारिक प्रकाशनों का हिस्सा है। इसने पुतिन की ‘इंडिया टुडे’ को दी गई टिप्पणी को उद्धृत करते हुए कहा कि ‘‘भारत और चीन हमारे सबसे करीबी मित्र हैं- हम इस रिश्ते को बहुत महत्व देते हैं।’’

अखबार ने हालांकि साथ ही पुतिन की इस सतर्क टिप्पणी को भी रेखांकित किया कि भारत और चीन के साथ घनिष्ठ संबंध होने के बावजूद, रूस को उनके द्विपक्षीय संबंधों में हस्तक्षेप करने का ‘‘कोई अधिकार नहीं’’ है।