इसके बाद ही भीड़ ने आरबीआई मुख्यालय पर हमला कर दिया और 16 हजार राउंड गोलियां. एके सीरीज की असॉल्ट राइफल, तीन घातक राइफल, 195 सेल्फ लोडिंग राइफल, पांच एमपी-4 गन, 16 पिस्तौल, 25 बुलेटप्रूफ जैकेट, 21 कार्बाइन, 124 ग्रेनेड सहित अन्य गोला बारूद लूट लिए। भीड़ इंफाल में दो अन्य शस्त्रागारों पर भी हमला करने की फिराक में थी। हालांकि सुरक्षाबल पहले ही अलर्ट हो गए थे ऐसे में वे हथियार लूट नहीं पाए।

मणिपुर के डीजीपी राजीव सिंह ने कहा कि उन्हें हैरानी है कि भीड़ इस तरह से हाई सिक्योरिटी जोन में भी घुस सकती है और हमारे हथियारों पर हाथ साफ कर सकती है। पुलिस का कहना है कि कई लूटे गए हथियारों को बरामद कर दिलाय गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की लूट पहले भी हुई है और हम इसे बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। हथियार छीनना बड़ा अपराध है। हमने आईजीपी रैंक के अधिकारी को आईआरबी हेडक्वार्टर भेजा है और यह पता लगाया जाएगा कि कैसे भीड़ यहां से हथियार ले जा सकती है।
क्वार्टरमास्टर की रिपोर्ट के मुताबिक भीड़ में ज्यादातर लोग 40 या 45 छोटे वाहनों से आए थे। बहुत सारे लोग पैदल भी थे। मेनगेट पर पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले गार्ड पर हमला किया। वे सातवीं मणिपुर राइफल्स और दूसरी मणिपुर राइफल्स से भी हथियार लूटने की योजना बना चुके थे लेकन सतर्कता की वजह से यह कामयाब नहीं हो सकी। बता दें कि हिंसा शुरू होने के कुछ ही दिनों में भीड़ ने 4617 ऑटोमैटिक और सेमी ऑटोमैटिक हथियार लूट लिए थे। इसके अलावा उपद्रवी अब तक 6 लाख गोलियां जवानों से छीन चुके हैं। (एएमएपी)



