केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आईएनडीए गठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि इनके नेताओं का सनातन धर्म, हिन्दुओं और हिन्दी भाषी लोगों के खिलाफ बयान सुनियोजित साजिश है। उन्होंने बुधवार को संवाददाताओं से चर्चा में ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुनिया में ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं। ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मूलमंत्र के साथ सरकार चला रहे हैं और विपक्ष हिन्दू और सनातन धर्म से नफरत करते हुए अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहा है।

हार के बाद दुर्व्यवहार पर उतर आई कांग्रेस

ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस हार के बाद दुर्व्यवहार पर उतर आई है। ईवीएम की आलोचना कर रही है। देश की संस्कृति और पहचान को मिटाने की साजिश रच रही है। कुछ लोग ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग के साथ खड़े हैं, लेकिन भाजपा देश को बंटने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उनके घमंडिया गठबंधन की सोच हिंदुत्व और सनातन धर्म का अपमान करने की है। दिग्विजय सिंह समेत विपक्षी नेताओं के ईवीएम पर सवाल उठाने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस को संवैधानिक संस्थाओं पर विश्वास नहीं है। हार स्वीकार करने के बाद वे कभी पराजय के कारण पर विचार नहीं करते। कांग्रेस नेता ईवीएम को दोष देते रहते हैं और सनातन धर्म और हिंदुओं की आलोचना करते हैं।

भारत को बांटने का काम

उन्होंने कहा कि भारत को बांटने का बीज बोने का काम कांग्रेस और उनके सहयोगी दल कर रहे हैं। यह अहंकार नहीं तो और क्या है। यह विभाजन की साजिश और क्षेत्रवाद की राजनीति है। कांग्रेस की सोच दर्शाती है कि बांटों और राज करो। उन्होंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से सवाल किया कि क्या उनका समर्थन अपने सहयोगी दलों पर नहीं है , जो हिन्दू के खिलाफ ऐसी सोच रखते हैं। क्या मजबूरी है कि घमंडिया गठबंधन भारत के टुकड़े टुकड़े देखना चाहती है। ऐसी क्या मजबूरी है कि देश को बांटना जरूरी है। ईवीएम पर ठीकरा फोड़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इन सारे सवालों के जवाब कांग्रेस नेताओं को देना चाहिए।(एएमएपी)