उन्होंने आगे कहा, ‘उनकी टीम ने पाया है कि इन वीडियोज पर व्यूज आमतौर पर अन्य वीडियोज के मुकाबले कम हैं।’ उन्होंने कहा है कि राहुल की सोशल मीडिया टीम ने अडानी के वीडियोज पर व्यूअरशिप दबाने की बात दिखाने के लिए यूट्यूब के ही डेटा और एनालिटिक्स का इस्तेमाल किया है। खबर है कि पित्रोदा पार्टी के डेटा एनालिटिक्स डिपार्टमेंट की तरफ से तैयार एक प्रेजेंटेशन भी भेजी है।

रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया है कि मोहन ने पित्रोदा से कहा है कि कांग्रेस के दावों की ‘टीम जांच कर रही है।’ सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि पित्रोदा और कांग्रेस के डेटा एनालिटिक्स डिपार्टमेंट के प्रमुख प्रवीण चक्रवर्ती ने यूट्यूब के शीर्ष अधिकारियों के साथ चर्चाएं की हैं।
पार्टी ने इसे ‘एल्गोरिद्मिक सप्रेशन’ का मामला बताया है। साथ ही कांग्रेस ने प्रेजेंटेशन में कहा कि अधिकांश लोग यूट्यूब के ब्राउज फीचर के जरिए वीडियोज देखते हैं, जहां यूट्यूब होमपेज वीडियोज और सजेस्टेड वीडियोज दिखाता है। पार्टी का कहना है कि राहुल गांधी के चैनल पर ब्राउज फीचर 9 फरवरी से ही धीमी है। उन्होंने कहा, ‘यूट्यूब एल्गोरिदम ने राहुल गांधी के वीडियोज के लिए ब्राउज फीचर को दबा दिया है।’(एएमएपी)



