पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हनुमान जी को लेकर विवादित पोस्ट करने के मामले में ईशनिंदा कानून के तहत एक पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया गया। पत्रकार के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। गौर करने वाली बात यह है कि अब तक पाकिस्तान में ईशनिंदा के केस ज्यादातर अल्पसंख्यकों के खिलाफ दर्ज होते थे। वहीं हिंदू धर्म से जुड़े देवी-देवता के अपमान पर इस तरह की कार्रवाई सामने नहीं आई थी। शिकायतकर्ता का नाम रमेश कुमार है। उन्होंने मीरपुरखास शहर के सेटेलाइट थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी।रमेश कुमार के मुताबिक उन्होंने अपने फेसबुक और वॉट्सऐप पर देखा था कि असलम बलोच नाम के पत्रकार पर हनुमान जी की तस्वीर साझा की थी। शिकायतकर्ता ने कहा कि तस्वीर साझा करके पत्रकार धर्मों के बीच वैमनस्यता फैलाने का प्रयास कर रहा था और इससे कानून व्यवस्था बिगड़ सकती थी।सिंध प्रांत के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ज्ञानचंद इसरानी ने इस मामले में सिंध के आईजी से बात की। इसके बाद पत्रकार को गिरफ्तार करने का आदेश जारी कर दिया गया।

इसके बाद असलम बलोच का वीडियो भी सामने आया जिसमें उसने पूरे हिंदू समुदाय से माफी मांगी। असलम बलोच के खिलाफ पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 153ए और 295ए के तहत केस दर्ज किया गया है। बता दें कि धारा 295ए उन लोगों को सजा दी जाती है जो कि धर्मों के बीच में सौहार्द बिगाड़ने का काम करते हैं।

पोस्ट में पत्रकार ने क्या लिखा था

फेसबुक और वॉट्सऐप पर जो तस्वीर शेयर की गई थी उसमें लिखा था ‘कैप्टन श्री राम पार्क वाले।’ सिंध के प्रांतीय मंत्री ने कहा कि इस तरह की हरकतें कतई बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। मंत्री ने भी इस बात की आशंका जताई की वहां की शांति भंग करने के लिए साजिश की गई है। बता दें कि पाकिस्तान के अन्य प्रांतों के मुकाबले सिंध में हिंदुओं की संख्या ज्यादा है।(एएमएपी)