जी-20 के लिए दिल्ली के धौला कुआं क्षेत्र की सजावट के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शिवलिंग के आकार के पानी के फव्वारों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। जिसको लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और आम आदमी पार्टी (आप) आमने-सामने हैं। आप द्वारा आरोप लगाया गया है कि वह फुव्वारा जिसकी आकृति शिवलिंग के समान है। उपराज्यपाल ने इसे लेकर हो रहे विवाद को बचकाना बताते हुए कहा कि देश के कण-कण में भगवान हैं।

उपराज्यपाल ने केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी के साथ शुक्रवार को दिल्ली कैंट में बनाए गए यक्षिणी चौक को जनता को समर्पित किया। जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर उलान बातर मार्ग पर यक्षिणी की मूर्तियों का अनावरण किया गया, जबकि वायु सेना स्टेशन पालम के सामने आईएएफ पार्क का उद्घाटन किया गया। इस दौरान शिवलिंग विवाद को लेकर पूछे गए सवाल पर उपराज्यपाल ने इसे बचकाना करार दिया। उन्होंने विवाद को खारिज करते हुए कहा कि वे शिवलिंग नहीं, बस कलाकृतियां हैं। देश के तो कण-कण में भगवान हैं।

क्‍या कहा उपराज्यपाल ने ?

इस बीच, विवाद को बढ़ता देख दिल्ली के राज्यपाल वीके सक्सेना ने इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वे शिवलिंग नहीं हैं, बल्कि राजस्थान के एक कारीगर द्वारा बनाई गई कलाकृतियां हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा, “अगर कोई उसमें शिवलिंग देखता है अगर कोई उसमें भगवान देखता है तो कोई समस्या नहीं है। भारत एक अनोखा देश है और यहां पेड़ों और नदियों की प्रार्थना की जाती है। भगवान को कण-कण में मौजूद माना जाता है। मुझे नहीं लगता इसमें कोई विवाद है।”

उपराज्यपाल ने कहा कि लोग पेड़ों को राखियां बांधते हैं और उनकी पूजा करते हैं। आपको हर वस्तु वैसी ही नजर आती है, जिस रूप में आप उसे देखना चाहते हैं। हमने ये यक्षिणी प्रतिमाएं लगाई हैं और आप उन्हें देवियां कह सकते हैं। उपराज्यपाल ने कहा कि यक्षिणियां भगवान कुबेर की संपदाओं की रक्षा करती हैं। आज हमारा देश समृद्ध बन रहा है और ये प्रतिमाएं प्रतीक के तौर पर लगाई गई हैं।

प्रसिद्ध कलाकारों ने बनाई हैं कलाकृतियां

नवनिर्मित यक्षिणी चौक पर स्थापित यक्षिणी मूर्तियां ओडीशा के प्रसिद्ध मूर्तिकार ध्रुबा चरण स्वैन द्वारा बनाई गई हैं, जबकि उलान बातर मार्ग पर स्थापित यक्षिणी मूर्तियां एक अन्य उड़िया मूर्तिकार सुदर्शन साहू द्वारा बनाई गई हैं।

आप विधायक का आरोप

‘आप’ विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा, शिवलिंग लगवाने वालों पर केस दर्ज करने के साथ उन्हें तत्काल हटाया जाए। दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली में जी-20 की तैयारियों के दौरान हिंदुओं की श्रद्धा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सौंदर्यीकरण के नाम पर शिवलिंग के आकार वाले फव्वारे लगाए गए हैं। उन पर सीवर का पानी डाला जा रहा है। इसे लेकर हिंदू समाज एलजी से खफा है। शिवलिंग वाले फव्वारे को लेकर जब आपत्ति जताई गई, उनसे माफी मांगने के लिए कहा गया तो वह जनता का मजाक बना रहे थे। वह कहते हैं कि यह शिवलिंग नहीं, बल्कि एक पत्थर की कलाकृति है।

आप” के मंत्री भी भड़के

दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी ने जो किया वह पाप है। याद रखें, यह मुद्दा हमने नहीं उठाया था, बीजेपी ने मुद्दा उठाया था और तीन दिन पहले आतिशी के खिलाफ एफआईआर की मांग की थी। लेकिन तब बीजेपी को पता चला कि यह एलजी द्वारा किया गया था। इसलिए अब बीजेपी चुप है। भारद्वाज ने कहा कि भगवान एलजी को कभी माफ नहीं करेंगे। उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। भगवान शिव का स्थान मंदिरों में है। लेकिन आज उन्होंने भगवान शिव को सड़क पर ला दिया और फव्वारे बना दिए।(एएमएपी)