कोरोना वायरस एक बार फिर से तेजी के साथ पांव पसार रहा है। केरल में कोरोना के नए मामले अचानक से बढ़ने लगे हैं। बुधवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, केरल में पिछले 24 घंटे में 292 नए सक्रिय मामले सामने आए हैं और 3 कोरोना पीड़ितों की मौत हुई। राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 2041 है। मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना के 341 नए मामले सामने आए हैं। जिसमें दिल्ली और गुजरात में तीन-तीन, महाराष्ट्र में 11, तमिलनाडु में 13, तेलंगाना में 4, कर्नाटक में 9 मामले दर्ज किए गए हैं।

केंद्र सरकार ने किया अलर्ट जारी

केरल में कोरोना के नए वेरिएंट जेएन-1 सामने आया है। इसके बाद केंद्र सरकार ने सोमवार को ही अलर्ट जारी कर दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से राज्यों के लिखे गए पत्र में राज्यों और केंद्र के बीच सहयोग की बात कही गई है। देश में बीते दिनों कोरोना के 300 से अधिक मामले सामने आने लगे हैं। 8 दिसंबर को ही कोरोना के जेएन।1 वेरिएंट का पहला मामला सामने आया था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सभी राज्यों में कोविड के मामलों में कुछ वृद्धि हुई हे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि कोविड के आवश्यक नियमों का पालन किया जाए। वहीं केरल की महिला में वायरस के जेएन।1 नाम के सब वेरिएंट की पहचान की गई। जानकारी के मुताबिक यह बीए 2।86 का करीबी वेरिएंट है।

राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक

कोरोना और इसके नए वेरिएंट जेएन- 1 के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को स्वास्थ्य सुविधाओं और चिकित्सा संबंधी सेवाओं की तैयारियों पर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के जेएन-1 वेरिएंट को वेरियंट ऑफ इंटरेस्ट माना है, यानी यह वायरस तेजी से फैल सकता है।

सभी अस्पतालों में हो मॉक ड्रिल

मांडविया ने कहा कि यह एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने का समय है। हमें घबराने नहीं, सतर्क रहने की जरूरत है। अस्पताल की तैयारी, निगरानी बढ़ाने और लोगों के साथ प्रभावी संचार के मॉक ड्रिल के साथ तैयार रहना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हर 3 महीने में एक बार सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल होना चाहिए। इसके लिए राज्यों को केन्द्र सरकार की ओर से सभी प्रकार का समर्थन दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को तैयारियों में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं करने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्यों को कहा कि स्वास्थ्य का क्षेत्र किसी राजनीति का क्षेत्र नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय हर सहायता के लिए उपलब्ध है।

उठाए गए एहतियातन कदम

केरल की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री वीना जॉर्ज ने एक बयान में कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता करने की कोई बात नहीं है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए राज्‍य पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि नवंबर में भी कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी हुई थी। उसके बाद मंत्री स्तर की बैठकें की गईं। इस दौरान इससे निपटने के लिय कई एहतियातन कदम उठाए गए है और इसको लेकर पूरा रोडमैप तैयार किया गया।

यूपी में भी अलर्ट जारी

केरल में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले और नए वैरिएंट को लेकर उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट जारी किया गया है। योगी सरकार की ओर से मंगलवार को उत्तर प्रदेश में सभी जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया गया है। निर्देश में कहा गया है कि कोविड का कोई भी नया मरीज मिलने पर उसके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजने का निर्देश दिया है।

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राजस्थान में जीनोम सीक्वेंसिंग पर जोर

केरल में कोरोना के बढ़ते मामले और इसके नए सब वैरिएट जेएन। 1 को लेकर राजस्थान सरकार भी सचेत हो गई है। राजस्थान सरकार ने कोविड पॉजिटिव पाए जाने वाले मरीजों के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने का निर्देश दिया है। हॉस्पिटल में आने वाले आईएलआई और श्वसन रोगों से पीड़ित रोगियों की सतत निगरानी और जरूरत पड़ने पर सैंपल लेने के निर्देश दिया गया है।(एएमएपी)