99 साल की उम्र में ली अंतिम सांस।
भारत के सबसे अमीर अरबपतियों की सूची
1947 में ही महिंद्रा समूह से जुड़ गए थे केशब महिंद्रा
केशब महिंद्रा पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद साल 1947 में ही महिंद्रा ग्रुप से जुड़ गए थे। इसके बाद साल 1963 में वह इस समूह चेयरमैन बने। उनके नेतृत्व में महिंद्रा ग्रुप सफलता की ऊंचाईयों पर पहुंचा। साल 2012 में 48 सालों तक चेयरमैन पद पर रहने के बाद यह पद अपने भतीजे आनंद महिंद्रा को सौंप दिया। इसके साथ ही केशव महिंद्रा टाटा स्टील, सेल, टाटा केमिकल्स, इंडियन होटल्स जैसी नामी-गिरामी कंपनियों के बोर्ड में भी शामिल रहे।
सर्वोच्च नागरिक सम्मान
बिजनेस जगत में केशब महिंद्रा के योगदान के लिए साल 1987 में फ्रांस की सरकार ने उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सुशोभित किया था। इसके अलावा केशब महिंद्रा को साल 2007 में अर्न्स्ट एंड यंग (Ernst and Young) की ओर से लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया था।
2010 तक पीएम के व्यापार और उद्योग परिषद् के भी सदस्य रहे
केशब महिंद्रा कंपनी कानून और मोनोपोलिस्टिक एंड रेस्ट्रिक्टिव ट्रेड प्रैक्टिसेज (MRTP)और सेंट्रल एडवाइजरी काउंसिल ऑफ इंडस्ट्रीज सहित विभिन्न सरकारी समितियों में भी अहम भूमिकाओं रहे चुके थे। वर्ष 2004 से 2010 तक महिंद्रा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन प्रधानमंत्री की व्यापार और उद्योग परिषद के भी सदस्य रहे थे।(एएमएपी)