अजय विद्युत ।
लेफ्ट-लिबरल गैंग का आपराधिक मामलों में फंसे लोगों को क्रांतिकारी या पीड़ित दिखाकर उनके पक्ष में जनता की सहानुभूति जुटाने का खेल जोरशोर से जारी है। नया मामला दीपिका पादुकोण का है।
ड्रग्स को लेकर कई व्हाट्सएप चैट में नाम आने के बाद शनिवार 26 सितंबर को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण से छह घंटे पूछताछ की। लेफ्ट-लिबरल गैंग दीपिका के बचाव में खुलकर तो सामने नहीं आया लेकिन शनिवार को पूरे दिन सोशल मीडिया पर ऐसी हवा बांधने में जुटा रहा मानो अभिनेत्री किसानों की परम हितैषी और जनता के मुद्दों के लिए संघर्ष कर रही वास्तविक क्रांतिकारी है। उसके सरकार विरोधी विचारों के कारण ही उसे ड्रग्स मामले में परेशान किया जा रहा है।
नशा… और क्रांति
इसके लिए दीपिका की फोटोशॉप्ड तस्वीर का सहारा लिया गया है। कहा यह गया है कि वह शनिवार को ‘आई स्टैंड विद इंडियन फार्मर्स’ स्लोगन लिखी टीशर्ट पहनकर अपना बयान देने एनसीबी आफिस पहुंची थीं। हालांकि बाद में यह साफ हो गया कि यह फेक तस्वीर है जिसे 2018 में दीपिका की एयरपोर्ट से बाहर निकलते वक्त खींची गई तस्वीर से छेड़छाड़ कर बनाया गया है।
छपाक से पहुंच गई थीं जेएनयू
लेफ्ट लिबरल गैंग से दीपिका का रिश्ता तो जनवरी 2020 में ही सामने आ गया था जब अपनी फिल्म ‘छपाक’ के प्रमोशन के लिए दिल्ली आई दीपिका जेएनयू गई थीं और वामपंथी छात्र संगठन से जुड़े छात्रों के साथ खड़ी हुई थीं। हालांकि छात्रों के संघर्ष में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े कई छात्र भी गंभीर रूप से घायल हुए थे लेकिन दीपिका केवल वामपंथी संगठन के छात्रों की सभा में गर्इं। वहां कन्हैया कुमार भी मौजूद थे।
सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर दीपिका पादुकोण की काली टीशर्ट वाली तस्वीर शेयर की गई। टीशर्ट पर ‘आई स्टैंड विद इंडियन फार्मर्स’ स्लोगन लिखा था। नेट पर सक्रिय लेफ्ट-लिबरल गैंग के समर्थकों ने कहा कि दीपिका केंद्र सरकार के हाल के कृषि सुधार बिलों का विरोध करते हुए एनसीबी के सामने पूछताछ के लिए गर्इं।
शेरनी जैसी घुसी एनसीबी की मांद में
फेसबुक पर दयानंद शर्मा लिखते हैं, ‘मोदी जी, दीपिका पादुकोण को डराने धमकाने के लिए एनसीबी जैसी संस्थाओं को झोंक दिया पर दीपिका डरी नहीं बल्कि ‘आई स्टैंड विद इंडियन फार्मर्स’ लिखी टीशर्ट पहनकर शेरनी जैसी एनसीबी की मांद में घुसकर बयान दर्ज करवाई।
दीपिका सा बहादुर कोई नहीं
एक अन्य यूजर असरार खान लिखते हैं, ‘आज जब किसानों के खिलाफ कानून लाने के लिए पूरे देश में मोदी की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से की जा रही है, तब दीपिका पादुकोण आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में एक ऐसी टीशर्ट पहनकर निकली हैं जिस पर लिखा है ‘मैं किसानों के साथ हूं।’ आज उनसे ज्यादा सुंदर और बहादुर मुझे और कोई नहीं लग रहा है… शी इज ग्रेट।’
ऐसे पकड़ा गया लेफ्ट लिबरल गैंग का झूठ
बाद में सोशल मीडिया पर किया जा रहा लेफ्ट लिबरल गैंग का दावा झूठा निकला कि दीपिका स्लागन लिखी टीशर्ट पहनकर एनसीबी के आॅफिस आई थीं। रिवर्स इमेज सर्च में पाया गया कि वह टीशर्ट नहीं बल्कि एक प्लाजो सूट पहनकर एनसीबी आफिस पहुंची थीं। और स्लोगन लिखी टीशर्ट वाली फोटो दीपिका की एक पुरानी तस्वीर को फोटोशॉप कर बनाई गई है।
2018 में खूब छपी थी वो फोटो
काली टीशर्ट में दीपिका की एक तस्वीर 2018 में कई लेखों में छपी थी। वह प्लेन टीशर्ट थी जिस पर कोई स्लोगन नहीं लिखा था। 20 मार्च 2018 को इंडियन एक्सप्रेस ने उस तस्वीर को अपने एंटरटेनमेंट सेक्शन में छापा था। कैप्शन से पता चलता है कि वह फोटो वह एयरपोर्ट से बाहर निकलते समय खींची गई थी। वही तस्वीर एंटरटेनमेंट वेबसाइट ‘बॉलीवुड हंगामा’ ने भी प्रकाशित की थी। बाद में उसी तस्वीर में टीशर्ट पर किसानों के समर्थन वाला स्लोगन लगाकर लेफ्ट लिबरल गैंग ने उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।