जी-20 सम्मेलन के लिए सजी दिल्ली, “भारत मंडपम” में होगा दुनिया का मेगा इवेंट
9 और 10 सितंबर को होगा आयोजन।
अगले सप्ताह प्रगति मैदान में नए बने भारत मंडपम में जी-20 का 18वां सम्मेलन होने जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में इसको लेकर जबरदस्त इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा राजधानी को किले में तब्दील कर दिया जाएगा। आने-जाने और कई अन्य सेवाओं पर भी प्रतिबंध रहेगा। बता दें कि इस सम्मेलन में कम से कम 25 राष्ट्राध्यक्ष शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा वैश्विक संस्थानों के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे। 9 और 10 सितंबर को इस मेगा इवेंट का आयोजन होने जा रहा है। सालभर से चल रही जी-20 प्रॉसेस और मीटिंग का यह एक तरह से निचोड़ होने वाला है। बता दें कि बीते साल दिसंबर में भारत को इंडोनेशिया के बाद जी-20 की अध्यक्षता मिली थी। अब भारत के बाद ब्राजील को एक साल के लिए जी-20 की अध्यक्षता मिलेगी।
कहां आयोजित होगा सम्मेलन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल जुलाई में प्रगति मैदान में भारत मंडपम नाम से इंटरनेशनल एग्जिबिशन कम कन्वेंशन सेंटर कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया था। यह सम्मेलन इसी 123 एकड़ के महामंडपम में आयोजित होने वाला है। पीएम मोदी ने इसके उद्घाटन के मौके पर जी-20 सिक्का और जी-20 स्टैंप जारी किया था। बता दें कि भारत मंडपम को बनाने में लगभाग 2700 करोड़ रुपये की लागत आई है। यह देश का सबसे बड़ा MICE है। इसमें भारत की कलाओं के साथ ही एग्जिबिशन हॉल, कन्वेंशन सेंटर, एंपीथिएटर, इंटरप्रिटर रूम, बड़ी-बड़ी वीडियो वाली दीवारें, लाइट मैनेजमेंट सिस्टम, सेंसर्स की सुविधा, इंटीग्रेटेड सर्विलांस सिस्टम और डेटा कम्युनिकेशन की सुविधा उपलब्ध है।
सम्मेलन में कौन-कौन हो रहा है शामिल
बता दें कि इस जी-20 सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, यूके के पीएम ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शामिल के अलावा अन्य कई देशों के प्रमुख शामिल हो रहे हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर की जगह उनके विदेश मंत्री सरजेई लावरोव इस इवेंट में हिस्सा लेने भारत आएंगे। इसके अलावा चीन का राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तरफ से भी अभी आने की पुष्टि नहीं हुई है। हो सकता है कि उनकी तरफ से ली कियांग शिरकत करें।
जी-20 सम्मेलन में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरिशस के पीएम प्रविंद कुमार, ओमान के शेख हैथम बिन तारिक, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुते और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान को भी आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा यूएन, आईएमएफ, डब्लूएचओ के प्रमुखों को भी इस सम्मेलन में बुलाया गया है।
क्या हैं तैयारियां
जी-20 सम्मेलन को देखते हुए नई दिल्ली इलाके में 8 अगस्त से ही ऑफिस, मॉल, रेस्तरां और मार्केटबंद रहेंगे। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट भी पास में ही है इसलिए यह भी बंद रहेगा। नई दिल्ली जिले में रहने वाले लोग आ-जा सकेंगे लेकिन बाहर के लोगों को पास के साथ ही प्रवेश मिलेगा। मेट्रो और बस सेवाएं चलती रहेंगी लेकिन कुछ प्रतिबंधों केसाथ। मेडिकल इमर्जेंसी वीइकल्स को नहीं रोका जाएगा। दिल्ली पुलिस ने अलग से एंबुलेंस असिस्टेंस कंट्रोल रूम बनाया है।
अभेद्य होगी विदेशी मेहमानों की सुरक्षा
भारत की राजधानी दिल्ली में होने जा रहे जी-20 समिट के दौरान विदेशी मेहमानों की सुरक्षा को लेकर तैयारी अब आखिरी चरण में पहुंच गई हैं। सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले तमाम राष्ट्राध्यक्षों के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की सुरक्षा को लेकर काफी चर्चा हो रही है। दरअसल, जो बाइडेन अपनी सुरक्षा टीम के साथ भारत आ रहे हैं, जिसमें कार, प्लेन और अत्याधुनिक उपकरणों एवं हथियारों से लैस उनके कमांडो शामिल हैं। बाइडेन की सुरक्षा अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के कमांडो संभालेंगे। बाइडन के रूट से लेकर ठहरने की जगह तक चप्पे-चप्पे की सुरक्षा का खाका तैयार हो गया है।
1000 स्पेशल कमांडो, 300 बुलेटप्रूफ वाहन
वहीं, भारतीय एजेंसियां अपनी कमांडो टीम के जरिए सभी राष्ट्राध्यक्षों के काफिले की सुरक्षा को अभेद्य बनाने में जुटी हैं। काफिले की सुरक्षा का आलम यह है कि विशेष प्रशिक्षण प्राप्त सीआरपीएफ के 1000 स्पेशल कमांडो के घेरे में 300 वीआईपी के बुलेटप्रूफ वाहन रहेंगे। देश की सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। जमीन से लेकर आकाश मार्ग तक की सरक्षा की जा रही है। दिल्ली पुलिस के करीब 75 हजार जवानों और अन्य एजेंसियों को मिलाकर तकरीबन एक लाख तीस हजार जवानों की तैनाती अलग-अलग जगहों पर रहेगी। सीक्रेट सर्विस के कमांडो अमेरिका की सबसे प्रशिक्षित सिक्योरिटी फोर्स का हिस्सा हैं। इनके कमांडो बेहद प्रोफेशनल होते हैं। इनका प्रशिक्षण काफी मुश्किल है। इन्हें हर मुश्किल हालात में भी सुरक्षा को अभेद्य बनाए रखने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।
सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
गौरतलब है कि जी-20 समिट के दौरान आईटीपीओ में होने वाले सम्मेलन के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। किसी भी तरह की इमरजेंसी से निपटने के लिए विशेष तौर पर हॉल संख्या 4 के पास हेलीपैड तैयार किया गया है। जरूरत पड़ने पर एनएसजी के विशेष कमांडो हेलीकॉप्टर की मदद से यहां ऑपरेशन चलाएंगे और वीवीआईपी को इसी हेलीकॉप्टर से सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा। इसके लिए एनएसजी के कमांडो बीते दो माह से लगातार अभ्यास कर रहे हैं। आवश्यकता पड़ने पर वीवीआईपी की गाड़ी को भी हेलीकॉप्टर से लिफ्ट किया जा सकता है।
प्रगति मैदान के हॉल के पास हेलीपैड
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियां किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतना चाहती हैं। एनएसजी के इमरजेंसी ऑपरेशन के लिए प्रगति मैदान के हॉल संख्या 4 के पास हेलीपैड बनाया गया है। सूत्रों ने बताया कि आपातकालीन हालात से निपटने के लिए आईटीपीओ से लेकर होटलों, एयरपोर्ट और राजघाट के पास सुरक्षित जगह (सेफ हाउस) बनाए गए हैं, ताकि तत्काल वीवीआईपी को वहां शिफ्ट किया जा सके। आतंकी हमले से निपटने के लिए एनएसजी के 200 कमांडो दिल्ली में तैनात रहेंगे। हाल ही में उन्होंने अक्षरधाम में भी हेलीकॉप्टर से बचाव ऑपरेशन के लिए अभ्यास किया गया है। ड्रोन हमले से भी निपटने के लिए एनएसजी की विशेष टीम यहां तैनात रहेगी। (एएमएपी)