उत्तर भारत के समेत दिल्ली एनसीआर में भी कोहरे की चादर में लिपटा हुआ है। बुधवार सुबह को घना कोहरा दिखा। इस वजह से नजदीक की चीजें भी स्पष्ट दिखाई नहीं दे पा रही है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव बस, रेल और विमानों की आवाजाही पर पड़ रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने आज से शुक्रवार तक तीन दिन सुबह अति घना कोहरा छाने की चेतावनी जारी की है। दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में विजिबिलिटी 0-50 मीटर तक है। 27 दिसंबर की सुबह 5:30 बजे सफदरजंग में 50 मीटर और पालम में 125 मीटर दृश्यता दर्ज की गई है।

घना कोहरा छाया

राज्यों के विभागीय अधिकारियों का कहना है कि आज सुबह हरियाणा, पंजाब, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड तक घना कोहरा छाया है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी कोहरे के चलते दृश्यता काफी कम हो गई है। इन सभी राज्यों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में एक से डेढ़ डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हुई है। दिल्ली-एनसीआर में पारा बुधवार सुबह छह बजे 7.6 डिग्री सेल्सियस और उत्तर प्रदेश के लखनऊ व प्रयागराज में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे दर्ज किया गया।

यातायात प्रभावित

कोहरे और कम दृश्यता के कारण नई दिल्ली से आने और जाने वाली कुछ ट्रेनें भी देरी से चलीं। दिल्ली हवाईअड्डा उड़ान सूचना प्रदर्शन प्रणाली (एफआईडीएस) के अनुसार, घने कोहरे के चलते लगभग 110 फ्लाइट्स की उड़ान प्रभावित हुई हैं। इसके अलावा भारतीय रेलवे की लगभग 25 से ज्यादा ट्रेनें देरी से चल रही हैं। बुधवार को हवा की दिशा में बदलाव का अनुमान है। संभावना है कि उत्तर-पश्चिमी दिशा से बर्फीली हवा चल सकती है। मौसम विभाग ने बुधवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

प्रदूषण भी लगातार बढ़ रहा

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को घने कोहरे के कारण सुबह सात बजे से 10 बजे तक आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली के पास दृश्यता महज 50 मीटर रही। इससे उड़ानें प्रभावित हुईं। इसका प्रभाव रेल यातायात पर भी पड़ा। इस बीच दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण भी लगातार बढ़ रहा है। बुधवार सुबह दिल्ली का एक्यूआई 450 दर्ज किया गया है।

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बारिश की संभावना

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने तमिलनाडु के तटीय इलाकों के साथ केरल, पुडुचेरी और लक्ष्यदीप में आगामी चार दिन तक कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश की संभावना जताई है। कोहरे की वजह से मंगलवार को मेरठ एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की रफ्तार 30 किलोमीटर प्रति घंटे के आसपास रही। ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की गति बमुश्किल से 20 किलोमीटर प्रति घंटा रही। दिल्ली पहुंचने वाली 12 उड़ानें डायवर्ट की गईं। 14 ट्रेनें कई घंटे की देरी से दिल्ली पहुंचीं।(एएमएपी)