कई विपक्षी पार्टियां करेगी बिल के विरोध में वोट
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कई राज्यों का दौर कर इस बिल के विरोध में जेडीयू, आरजेडी और एनसीपी जैसे दलों का समर्थन जुटाया है। इन पार्टियों का कहना है कि वे राज्यसभा में बिल के विरोध में वोट करेंगे। यहां तक कि विपक्षी गठबंधन की मीटिंग में आने के लिए भी आम आदमी पार्टी ने बिल के विरोध में साथ आने की शर्त रख दी थी। इसके बाद कांग्रेस ने लंबे मंथन के बाद बिल के खिलाफ मतदान का फैसला लिया। कांग्रेस का कहना था कि संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी चीज का हम विरोध करेंगे।

गठबंधनों की ताकत का पहला परीक्षण
बता दें कि ‘इंडिया’ महागठबंधन में कुल 26 दल शामिल हैं। इसके अलावा एनडीए ने भी 30 दलों को साथ लेकर ताकत दिखाई है। ऐसे में दोनों गठबंधनों की ताकत का पहला परीक्षण इस बिल पर ही होने वाला है। भले ही भाजपा राज्यसभा में 93 सीटें लेकर बहुमत से दूर है। लेकिन एनडीए की सभी सीटें मिलाकर आंकड़ा 111 का है। इसके अलावा वाईएसआर कांग्रेस और बीजेडी जैसे दल यदि उसके साथ आते हैं तो फिर बिल के पास होने की संभावना बढ़ जाएगी। माना जा रहा है कि इस बिल पर सदन में जोरदार हंगामा और मुकाबला दिख सकता है।(एएमएपी)



