
डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी और मतली, शरीर पर लाल दाने, आंखों के पीछे दर्द की शिकायत, ग्रंथियों में सूजन, थकान महसूस होना, नाक या मसूड़ों से ब्ल्ड आना आदि।
आंकड़े
-214 डेंगू मरीज जिले में अब तक मिल चुके।
-503 स्थानों से मिला डेंगू का लारवा।
-300 के करीब सार्वजनिक स्थानों से लारवा मिला।
-200 से अधिक घरों से डेंगू का लारवा मिला।
-250 से ज्यादा सेहत कर्मी डेंगू की रोकथाम में लगे।
-10 टीमें बनाई गई सेहत अधिकारियों व कर्मचारियों की।
-70,056 स्थानों पर जांचा गया डेंगू का लारवा।
-13 क्षेत्र जिले के ज्यादा डेंगू प्रभावित।
-5-10 डेंगू मरीज रोज मिल रहे।
-500 से ज्यादा स्थानों पर रोज डेंगू का लारवा चेक कर रही टीम।
-10 से ज्यादा जिले के सरकारी अस्पतालों में बनाए गए हैं डेंगू वार्ड।
-15 के करीब मरीज अस्पतालों से इलाज करवा रहें।
-200 के करीब मरीज घरों में रह कर इलाज करवा रहे हैं।
-400 से ज्यादा डेंगू के प्रति जागरूक करने के लिए सेहत विभाग शिविर लगा चुका है।
-5 से 7 मरीज सिविल अस्पताल में रोज प्लेटलेट्स कम होने के भी आ रहे।
किस माह कितने मिले डेंगू के मरीज व लारवा
माह डेंगू मरीज लारवा मिला
जुलाई 7 19
अगस्त 26 73
सितंबर 98 284
अक्टूबर 83 127
किस महीने कितने स्थानों पर जांचा डेंगू का लारवा
माह स्थान
जुलाई 9361
अगस्त 10,058
सितंबर 35,541
अक्टूबर 15,096
किस वर्ष कितने डेंगू मरीज मिले
वर्ष डेंगू मरीज
2020 200
2021 2400
2022 2121
2023 214 अब तक
डेंगू के कारण
डेंगू चार वायरसों के कारण होता है, जो इस प्रकार हैं, डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4। जब यह पहले से संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है। और बीमारी तब फैलती है जब वह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, और वायरस व्यक्ति के रक्तप्रवाह के जरिये फैलता है।
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डेंगू के लक्षण
आमतौर पर डेंगू बुखार के लक्षणों में एक साधारण बुखार होता है और किशोरों एवं बच्चों में इसकी आसानी से पहचान नहीं की जा सकती। डेंगू में 104 फारेनहाइट डिग्री का बुखार होता है, जिसके साथ इनमें से कम से कम दो लक्षण होते हैं। वहीं सिर दर्द,मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द,जी मिचलाना,उल्टी लगना,आंखों के पीछे दर्द, ग्रंथियों में सूजन, त्वचा पर लाल चकत्ते होना आदि।
लोग जागरूक हों -सीएस
सिविल सर्जन डा.रीटा बाला ने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए लोगों का जागरूक होना बहुत जरूरी है। घरों व सार्वजनिक स्थानों पर पड़े कबाड़ के सामान में पानी जमा न होने दें। वहीं अपने आसपास सफाई रखें। पूरी बाजू वाले कपड़े पहने, ताकि डेंगू को बढ़ने से रोका जा सके। (एएमएपी)