आपका अखबार ब्यूरो।
पश्चिम बंगाल में 294 में से 135 सीटों पर चार चरणों में मतदान हो चुका है और बाकी चार चरणों के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है। ममता बनर्जी के नेतृत्व में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी भाजपा पर प्रहार करने के साथ-साथ चुनाव आयोग और केंद्रीय सुरक्षा बलों को भी निशाने पर ले रही हैं। वहीं राज्य में पहली बार सत्ता में आने की आहट सुन भाजपा ने ममता बनर्जी पर हमले और तीखे कर दिए हैं। मंगलवार, 12 अप्रैल को बर्धमान में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दस साल तक ‘बांटो और राज करो’ की नीति पर चलती रहीं। आज अपनी हार देखकर वह बौखला गई हैं। प्रधानमंत्री ने तंज करते हुए कहा कि ममता बनर्जी को यह भी मालूम है कि एक बार बंगाल की सत्ता से कांग्रेस हटी, तो उसके बाद नहीं लौटी। यही हाल वामपंथी दलों का भी हुआ है। ममता का हाल भी यही होगा। मोदी ने कहा, ‘दीदी, आप भी एक बार गई तो कभी वापस नहीं आएंगी।’
केंद्रीय बलों के खिलाफ कार्यकर्ताओं को भड़का रहीं दीदी
प्रधानमंत्री ने वर्धमान की रैली में कई मुद्दों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरा है। उन्होंने शनिवार को मतदान के दौरान कूचबिहार में हुई हिंसा को लेकर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि दीदी अपने कार्यकर्ताओं को सुरक्षाबलों के खिलाफ भड़का रही हैं। उन्होंने कहा, ‘दीदी, ओ दीदी, अरे दीदी, हार होती देख ये क्या हो गया आपको, आपके करीबियों को? हालत ये हो गई है कि दीदी अब केंद्रीय वाहिनी के खिलाफ अपने कार्यकर्ताओं को भड़का रही हैं।’
चार चरणों में ही दीदी के साथ खेला हो गया
वर्धमान में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यहां दो चीजें बहुत प्रसिद्ध हैं- चावल और मिहिदाना। उन्होंने कहा, “आपकी बोली, आपका व्यवहार, यहां का खान-पान, हर चीज मिठास से भरपूर है। दीदी की कड़वाहट, उनका क्रोध, उनकी बौखलाहट बढ़ती ही जा रही है। जानते हैं क्यों? मैं बताता हूं, क्योंकि बंगाल में हुए आधे चुनावों में आपने टीएमसी को पूरा साफ कर दिया है। आधे चुनाव में ही टीएमसी पूरी साफ।” उन्होंने कहा कि चार चरणों के चुनाव में ही बंगाल के समझदार लोगों ने इतने चौके-छक्के मारे कि भाजपा की सीटों की सेंचुरी हो गई है। प्रधानमंत्री ने ममता पर व्यंग्य करते हुए रैली में आए लोगों से कहा, “जो आपके साथ खेला करने की सोच रहे थे, उन्हीं के साथ खेला हो गया है।”
नंदीग्राम में दीदी हुई क्लीन बोल्ड
ममता बनर्जी के नंदीग्राम से चुनाव लड़ने के फैसले को प्रधानमंत्री ने एक बार फिर आतमघाती कदम बताते हुए कहा कि एक तो नंदीग्राम में बंगाल के लोगों ने दीदी को क्लीन बोल्ड कर दिया। दूसरा, बंगाल के लोगों ने दीदी का बहुत बड़ा प्लान फेल कर दिया। उन्होंने कहा, “दीदी तैयारी करके बैठी थीं कि पार्टी की कप्तानी भाइपो (भतीजे अभिषक बनर्जी) को सौंपेंगी, लेकिन दीदी का ये खेला भी जनता ने समय रहते समझ लिया। इसलिए दीदी का सारा खेला धरा का धरा रह गया। अब दीदी बंगाल के लोगों से गुस्सा तो होंगी ही।”
अनुसूचित जातियों का अपमान कर रही है टीएमसी
कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में अनुसूचित जातियों के बीच भाजपा की अच्छी पकड़ है। अपने वोटबैंक को और मजबूत करने की दृष्टि से प्रधानमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह अनुसूचित जाति के भाई-बहनों को गाली देने लगे हैं। दीदी के करीबी लोग उन्हें भिखारी कहने लगे हैं। ऐसी बातें सुनकर संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की आत्मा को बहुत कष्ट हुआ होगा। उन्होंने कहा कि दीदी खुद को रॉयल बंगाल टाइगर कहती हैं। अनुसूचित जाति पर इस तरह की टिप्पणी दीदी की इच्छा के बिना कोई भी टीएमसी नेता नहीं कर सकता। प्रधानमंत्री ने टीएमसी पर लोकतंत्र का तिरस्कार करने का आरोप लगाते हुए कहा, “वो राजा राममोहन राय, जिन्होंने जाति प्रथा के खिलाफ देश को झकझोरा, इस कुरीति को मिटाने के लिए देश को दिशा दिखाई, उनके बंगाल में दीदी ने दलितों का इतना बड़ा अपमान किया है। दीदी के करीबी साथियों ने कहना शुरू कर दिया है कि भाजपा को वोट देने वाले लोगों को बाहर निकाल दिया जाएगा! क्या आप इस तरह की भाषा, इन पंक्तियों, इस अहंकार का समर्थन करते हैं? क्या यही लोकतंत्र है?”
‘धान का कटोरा’ सिंचाई से वंचित
उन्होंने कहा कि वर्धमान को ‘धान का कटोरा’ कहा जाता है, लेकिन यहां के लोग बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। आजादी के बाद के कुछ वर्षों में सिंचाई के लिए जो नहरें बनीं, उनकी देखरेख भी सही तरीके से नहीं की गई। नई नहरें बनाने के बारे में तो कभी दीदी ने सोचा ही नहीं। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र ने जो पैसे राज्य में भेजे थे, उसका बड़ा हिस्सा राज्य सरकार ने खर्च ही नहीं किया। लोगों को नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा बंगाल के लोगों के सारे सपने पूरे करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के जन्म में बंगाल की बेहद अहम भूमिका है और बंगाल के लोगों की एक-एक जरूरत को ध्यान में रखते हुए भाजपा की सरकार काम करेगी।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के शेष चार चरणों में 159 सीटों के लिए 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे।