वंचित बहुजन आघाड़ी ने लोकसभा चुनाव के लिए 9 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की
इस बीच शिवसेना की ओर से अलग सूची जारी करने का महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दल कांग्रेस और शरद पवार की राकांपा पर भी असर पड़ा है। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने शिवसेना की सूची पर ऐतराज जताते हुए कहा कि उत्तर पश्चिम मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) ने दागी उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। पार्टी नेतृत्व को इस पर ध्यान देना चाहिए। संजय निरुपम ने यहां तक कहा कि अगर दस दिनों के अंदर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे अलग राह अपना सकते हैं।
शिवसेना (यूबीटी) ने जारी की पहली लिस्ट, चुनावी मैदान में उतारे 17 उम्मीदवार
कांग्रेस विधायक दल के नेता बाला साहेब थोरात ने कहा कि आघाड़ी में सांगली और मुंबई के बारे में अभी चर्चा हो रही थी, इसी दौरान शिवसेना ने इन सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए। यह आघाड़ी धर्म के विरुद्ध है, शिवसेना को इस पर ध्यान देना चाहिए। इसी तरह राकांपा उत्तर पूर्व संसदीय सीट पर अपना उम्मीदवार उतारना चाहती थी लेकिन शिवसेना (यूबीटी) ने इस सीट पर भी उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। इससे शरद पवार की राकांपा में तीव्र नाराजगी फैल गई है। चुनाव से पहले ही महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दलों में उभरी नाराजगी का असर चुनाव पर पड़ने की जोरदार चर्चा होने लगी है। (एएमएपी)