2.88 लाख वोटों से भाजपा के रघुराज को हराया।

समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर डिंपल यादव ने रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। डिंपल यादव ने 2.88 लाख वोटों से भाजपा के रघुराज शाक्य को हरा दिया है। डिंपल यादव को यहां 618120 वोट मिले हैं। वहीं भाजपा के रघुराज सिंह शाक्य को 329659 वोट मिले हैं। डिंपल यादव ने 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान मुलायम सिंह यादव के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। डिंपल यादव सुबह से मैनपुरी की पांचों विधानसभाओं में आगे चल रही थीं। वहीं डिंपल की जीत के बीच शिवपाल सिंह यादव ने सपा का फिर से दामन थाम लिया है। अखिलेश यादव ने प्रसपा का सपा में विलय कराया है।

सपा ने झोंकी थी पूरी ताकत

नेताजी के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी थी। डिंपल यादव को जिताने के लिए यादव कुनबा एक मंच पर दिखाई दिया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल भी पुराने गिले शिकवे भुलाकर साथ आ गए और बहू को जिताने के लिए जसवंतनगर में न केवल जमकर चुनाव प्रचार किया बल्कि डोर टू डोर कैंपन भी किया।

जीत के बाद चाचा शिवपाल ने भरी हुंकार

डिंपल यादव की जीत पर शिवपाल सिंह यादव ने हुंकार भरते हुए कहा है कि मेरी बात सही साबित हुई है। जसवंत नगर ने इस चुनाव में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शिवपाल सिंह ने कहा कि उत्पीड़न के खिलाफ यह जनता की जीत है। उन्होंने कहा कि जनता को जितना प्रताड़ित और उत्पीड़ित किया गया है, उसी का जवाब इस चुनाव में जनता ने दिया है। जीत के बाद बातचीत में शिवपाल यादव ने कहा कि मैंने चुनाव से पहले जो बात कही थी, वह इस चुनाव परिणाम में सच हो गई है। उन्होंने कहा कि अब लोहियावादी अंबेडकरवादी चरणसिंह वादी सभी एक हो रहे हैं और इसका असर आने वाले वक्त में और दिखाई देगा।उन्होंने आगे कहा कि मैं 2027 तक प्रदेश की राजनीति में ही रहूंगा। मुझे राष्ट्रीय राजनीति नहीं जाना। ऐसे में प्रदेश में पार्टी के तरफ से जो मुझे जिम्मेदारी मिलेगी, वो मैं निभाऊंगा।

मैनपुरी पर मुलायम का वर्चस्व

नेताजी के नाम से मशहूर मुलायाम सिंह यादव ने 4 अक्टूबर 1992 में समाजवादी पार्टी का गठन किया था। साल 1996 में उन्होंने पहला चुनाव लडा। उसके बाद उन्होंने ऐसा वर्चस्व बनाया कि आज तक कोई भी अन्‍य पार्टी इस सीट पर जीत दर्ज नहीं करा सकी। 1996 के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए 9 बार चुनाव हो चुके हैं, लेकिन हर बार जीत समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार की ही हुई है।

2014 में मुलायम को मिले थे 3.64 लाख वोट

2014 का साल हर किसी को याद है। देश में मोदी की लहर थी और बीजेपी ने प्रचंड बहुमत से केंद्र में सरकार बनाई, लेकिन मुलायम के गढ़ में सेंध लगाने में बीजेपी असफल रही। 2014 में मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी सीट पर 3.64 लाख वोटों से जीत हासिल की, जो रिकॉर्ड आज तक कायम है।  हालांकि, अखिलेश के चाचा राम गोपाल यादव ने मतदान के दिन कहा था डिंपल यादव, मुलायम सिंह यादव से भी 3 गुना अधिक वोटों से जीत दर्ज करेंगी।  (एएमएपी)